# मी टू आंदोलन के होते बहुत औरतें सामने आयी हैं और उन्होंने खुलकर यौन उत्पीड़न (sexual harassment), हमले, बदतमीज़ी और आदमियों द्वारा किये गए बुरे बर्ताव की बात की है। काम की जगह पर, बाहर की ज़िंदगी में, घरों के अंदर, निजी ज़िंदगी में भी। इन आरोपों को सीरियसली लिया जा रहा है, जिसकी वजह से बहुत औरतों को तसल्ली मिली है, और ताकत भी । और एक उम्मीद पैदा हुई है कि हो सकता है कि इसका मतलब है कि हमारे समाज के तरीकों में कुछ बदलाव आएगा । ऐसा बदलाव जो हर एक को इज़्ज़त की नज़र से देखेगा और हर एक की चॉइस ( choice), उसकी मर्यादा, उसके व्यक्तित्व को मानेगा और उसको इज़्ज़त देगा।
अगर आपके अनुसार आपकी लिंग पहचान 'आदमी' है, तो #मीटू (#MeToo) आंदोलन ने आपके लिए क्या बदला है? मन में क्या ख़याल आते हैं, आपको इस सब के बारे में कैसा लगता है? क्या ये सब होने से अब आप बीते हुए कल को एक नई नज़र से देखते हैं? ऐसी बातों को लेकर आने वाले दिनों के बारे में आप क्या सोचते हैं?
हम जानना चाहेंगे । इस फॉर्म पर आपका नाम- पता कुछ नहीं है, भरने वाले के बारे में सब कुछ गुमनाम रहेगा । आप निश्चिंत होकर इसे भर सकते हैं ।
क्या आप एक मर्द हैं? क्या #मीटू से आपके लिए कोई बदलाव आया है?
क्या ये सब होने से अब आप बीते हुए कल को एक नई नज़र से देखते हैं?
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