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सेक्स एड किताबें जिंहोने दिमाग की बत्ती जला दी !

दुनिया भर से आई ये सेक्स एड किताबें, बेबाक और अजब गजब हैं।

टॉयलेट पेपर सी बुनावट वाले पृष्ठभूमि पर सोलेज के बनाई हुई एक सेक्स एजुकेशन टॉयलेट पेपर रोल की तस्वीर है। इस टॉयलेट पेपर पर कॉमिक को किताबों में पाए जाने वाले जैसे चित्र हैं, और जापानी भाषा में जानकारी लिखी गई है। 

दुनिया भर की अनोखी सेक्स एड किताबें।

सेक्स एजुकेशन टॉयलेट पेपर

28 वर्षीय नानासे त्सुरुता ने शुरु की, सोलेज कंपनी।

उन्होने इसकी स्थापना, एक मूल सेक्स की शिक्षा को, आम जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए की थी।

जापानी भाषा में लिखी गई। प्रारम्भिक स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए (5 साल और उससे ऊपर)।

टॉयलेट पेपर सी बुनावट वाले पृष्ठभूमि पर सोवलेज के बनाई हुई एक सेक्स एजुकेशन टॉयलेट पेपर रोल की तस्वीर है। इस टॉयलेट पेपर पर कॉमिक को किताबों में पाई जाने वाले जैसे चित्र हैं, और जापानी भाषा में जानकारी लिखी गई है। कुछ टेक्स्ट बॉक्सेस भी है, जिनको टॉयलेट पेपर के टुकड़ों के जैसे दर्शाया गया है।

ये किताब क्यूँ मायने रखती हैं?

इस किताब का नज़रियाः कि "सेक्स पे शिक्षा, आम जिंदगी का हिस्सा है। "

ये बच्चों को, सेक्शुअल उत्पीड़न से अपना बचाव करने में मदद करती है।

उनको अपने साथ होते गलत बर्ताव को पहचानना सिखाती है, और तमीज़दार सेक्शुअल व्यवहार भी।

सेक्स पे शिक्षा पाने से जुड़ी, जो भी गलत सोच या हिचकिचाहट है, उससे लड़ने के लिए, इस जानकारी को लोगों तक, उनके निजी समय में, आसानी से उपलब्ध कराना ।

यूनेस्को की दिशा निर्देश को ध्यान में रखते हुए, इसे डॉक्टर्स और अन्य विशेषज्ञों से सलाह लेके लिखा गया है।

इसमें आकर्षक कॉमिक बुक स्टाइल चित्रकारी है।

इसे सरल, मज़ेदार भाषा में लिखा गया है। जैसे, 'एंडोमेट्रियम' की जगह, 'खून के बिस्तर का इस्तेमाल ।

टॉयलेट पेपर सी बुनावट वाले पृष्ठभूमि पर तस्वीर है, ननासे त्सुरुता की, जो सोवलेज की संथापक हैं। इस तस्वीर में वो कुछ स्कूल के छात्रों को, टॉयलेट पेपर के रोल के पैकेट्स दे रही हैं। टॉयलेट पेपर पर छपे गए कुछ चित्रों को भी दर्शाया गया है।

इस जनहित में जारी किताब में मौजूद है:

सेक्शुऐलिटी/कामुक रूझान, माहवारी, झड़ना/स्खलन, यौन उत्पीड़न, सेक्शुअल मर्जी और हिंसा के बारे में जानकारी।

मिजुदो प्रारम्भिक स्कूल, जापान, वो पहला स्कूल था जिसने इस टॉयलेट पेपर को बड़े पैमाने पे उपलब्ध कराया। इसके बाद एक जापानी म्युनिसिपालिटी, आमागासाकी ने भी इस टॉयलेट रोल डिज़ाइन को इस्तेमाल में लाने की ठानी।

टॉयलेट पेपर सी बुनावट वाले पृष्ठभूमि पर सोवलेज के सेक्स एजुकेशन टॉयलेट पेपर का एक टुकड़ा दर्शाया गया है। इस पर कॉमिक की किताबों में पाए जाने वाले जैसे चित्र हैं, और जापानी भाषा में जानकारी लिखी गई है। 

किताब का एक अंशः

और यह रहा इस तस्वीर का वर्णन, फ्रेम दर फ्रेम।

पानी छोड़ना या झड़ना ? कभी कभी सुबह सो के उठने के बाद, या सेक्शुअली उत्तेजित होने पर, लिंग सख्त हो जाता है। उसे इरेक्शन या खड़ा होना कहते हैं।

जब लिंग को उत्तेजित किया जाता है, तो उससे सफेद पानी निकलता है। (कभी कभी, ये बिना उत्तेजना के, नींद में ही निकल आता है)। इसे स्खलन या पानी छोड़ना कहते हैं, और इस सफेद पानी को, वीर्य । वीर्य में शुक्राणु होते हैं जिससे नये जीवन की शुरूआत होती है।

कभी कभी वीर्य उस बेरंग पानी में भी पाये जाते हैं, जो पानी छोड़ने से पहले आता है।

ज़ोरदार सेक्शुअल चाहतें होना कोई अजीब बात नहीं होती है। बिल्कुल नॉर्मल है। पर जो दूसरे को पसंद ना हो, वो न करें, और पब्लिक में अपने जनांगों को न छुएं।

टॉयलेट पेपर सी बुनावट वाले पृष्ठभूमि पर तस्वीर है, ननासे त्सुरुता की, जो सोवलेज की संथापक हैं। वे एक जापानी महिला हैं, जिनके बाल उनके कंधे तक की लंबाई के हैं। इस तस्वीर में वे मुस्कुरा रही हैं। 

जाते जाते आपके लिए त्सुरुता की ये बातः

स्थिति यूं है, कि किसी बच्चे के पास सही जानकारी पहुंचना, उसके परिवार की जागरूकता और आर्थिक स्थिति पे निर्भर करता है। सो मुझे लगता है, कि हमें एक ऐसा वातावरण बनाने की ज़रूरत है, जहां हर कोई सही जानकारी पा सके ।

- वोग मैगज़ीन में दिये गये एक इंटरव्यू का एक हिस्सा

कार्ड में “बच्चे कैसे बनते हैं” शीर्षक वाली किताब की तस्वीर है। किताब को स्क्रैपबुक-शैली में चित्रित किया गया है, जो विभिन्न कट-आउट कार्डों से बनी है। किताब का मुख्य चित्रण एक विषमलैंगिक जोड़े का है, जो सफेद फीते वाली गाड़ी में अपने सोते हुए बच्चे को प्यार से झुककर देख रहे हैं। माँ ने सुनहरे रंग का बॉब कट किया हुआ है और पिता के भूरे रंग के बालों को बड़े करीने से कंघी किया गया है। पूरे कार्ड में एक सफेद पोल्का-बिंदीदार बैंगनी बॉर्डर भी है।

दुनिया भर से बेबाक और गजब सेक्स एड की किताबें-2

1968 से है ये उम्रदराज़, खूबसूरत किताब, जिसमें कागज़ काट के ऐसी स्वप्निल तस्वीरें बनीं हैं, मानों ये परियों की कहानी हो ।

How Babies Are Made

लेखक : स्टीवन शैप और एंडू एंड्री

चित्रकार : ब्लेक हैम्पटन

बस, "बहुत, बहुत पहले की बात है" न कहकर, ये किताब यूं शुरू होती है "ये तो तुम्हारे बारे में लिखी कहानी है"

“बच्चे कैसे बनते हैं” पुस्तक की कलात्मक शैली को प्रतिबिंबित करने के लिए, स्क्रैपबुक-शैली के पेपर-कट चित्रण कार्डों में जारी हैं। कार्ड पर पहले चित्र में मधुमक्खी वाहक के माध्यम से एक फूल के परागण की प्रक्रिया को दर्शाता गया है। दूसरे चित्र में एक मुर्गे और मुर्गी के बीच संभोग को दर्शाया गया है - और ये कि शुक्राणु मुर्गी के अंडाणु से कैसे मिलते हैं। तीसरा उदाहरण एक शिशु से गर्भनाल निकाले जाने का है। पूरे कार्ड में सफेद पोल्का-बिंदीदार आसमानी-नीला बॉर्डर है।

इसमें क्या गज़ब है

ये किताब, नींद बुलाने को बच्चों को सुनाई जाने वाली कहानी सी है। हाँ, ये एक झप्पी जैसी है।

ये बड़े दुलार से, हौले से बच्चों को बताती है कि प्रकृति में बच्चे कैसे बनते हैं - पौधे, जानवर और इंसान के बच्चे... उदाहरण : जब ये किताब गर्भनाल को काटने की बात करती है, ये बच्चों को पुचकार के कहती है " दर्द नहीं हुआ था "

और आराम से, जैसे कि कहानियाँ करती हैं, ये प्रजनन और जन्म को रोज़मर्रा की कल्पना में शामिल कर लेती है।

तीसरे कार्ड के चित्र मानव शिशु के निर्माण की प्रक्रिया को दर्शाते हैं। पहला चित्र उसी जोड़े को दिखाता है जो पहले कार्ड में प्रदर्शित किये गये थे। वे एक पैटर्न वाली बेडशीट के नीचे अंतरंग हो रहे हैं। दूसरा चित्र उस क्षण को दर्शाता है जब बच्चे को योनि से बाहर निकाला जाता है। पूरे कार्ड में सफेद पोल्का-बिंदीदार आसमानी-नीला बॉर्डर है।

किताब की एक झलक

“पिता के अंडकोषों से निकला हुआ शुक्राणु उनके लिंग द्वारा माँ के अंदर भेजा जाता है। ऐसा करने के लिए, पिता और माँ एक दुसरे की ओर मुँह कर के लेट जाते हैं, योनि में अपना लिंग डालते है। और पिता माँ की जब इंसान बच्चे पैदा करते है, तो उनके साथ उनका बहुत खास और गहरा रिश्ता होता है, जो कि पौधे और जानवर अपने बच्चो से नहीं रखते “

पूरे कार्ड में एक सफेद पोल्का-बिंदीदार बैंगनी बॉर्डर है।

इस शृंखला में पहले :

टॉइलेट पेपर पे सेक्स एड की किताबें

और अगले हफ्ते :

मुस्लिमाह सेक्स मैनुअल: अ हलाल गॉइड टू माइंड ब्लोइंग सेक्स।

कार्ड में 'इट्स परफेक्टली नॉर्मल' नामक किताब का कवर है। कवर में किशोर बच्चों के चित्र हैं। पूरे कार्ड में सफेद पोल्का डॉट्स के साथ एक नारंगी बॉर्डर भी है।

सेक्स एजुकेशन पे लाजवाब किताबें 

एक सेक्स एड किताब जो बच्चों से उस तरह बतियाती है, जैसा कि वो चाहते हैं । बोले तो ? बिना आँख फेरे, सामने से, बिना रोक टोक या हो हल्ला मचाये, बिना 'शेम-शेम' ।

दूसरे कार्ड में दाहिनी ओर किताब के एक पृष्ठ का एक टुकड़ा है। इसका शीर्षक है 'यह बिल्कुल सामान्य हस्तमैथुन है।' इसमें एक लड़की का चित्रण है जो बिस्तर पर अपने पैरों के बीच हाथ रखकर हस्थमैथुन कर रही है। दूसरे चित्रण में एक लड़के को भी ऐसा ही करते हुए दिखाया गया है। 

इसमें क्या गज़ब है ?

चाहे कोई  भी विषय हो, किताब उसका सच बयान करती है ।

उदाहरण चाहिए ? यह लो 

हस्तमैथुन माने अपने को छूना, या अपने गुप्तांगो को आनंद के लिए रगड़ना- क्यूंकी इससे मज़ा आ रहा है । रोजमर्रा की भाषा में, अपने आप से खेलना । 

"कुछ लोगों को लगता है कि हस्तमैथुन गलत है, या नुकसानदायी है । और कुछ धर्म इसे पाप ठहराते हैं । लेकिन हस्तमैथुन आपको चोट नहीं पहुंचाता । इससे आप पेट से नहीं जो जाएंगी, न ही वो संक्रमण फैलाएँगे जो सेक्स संबंध से फैल सकते हैं ।  

ये किताब अपने को सामयिक बनाती रहती है, सेकस्टिंग और इंटरनेट में सुरक्षा जैसे मसलों को शामिल करके - है न सही ? 

तीसरे कार्ड में भी 'इट्स परफेक्टली नॉर्मल' के दो पन्नों के टुकड़े हैं। पहले वाले में बिस्तर पर दो नग्न लोगों का चित्रण है, जो प्यार की प्रक्रिया कर रहे हैं। दूसरे में एक लड़के के बड़े होते हुए के चित्र हैं, जो मर्द के यौवन के चरणों को दर्शाता है।

जहां ईमानदारी हो, वहाँ ये रखवाले टाइप आ खड़े होते हैं ।

निंदक कहते हैं कि ये किताब "अश्लील" है, कि ये बच्चों के लिए नहीं बनी है । 

( पर सोचो , क्या सेक्स पे की गई हर बातचीत औटोमैटिक ही अश्लील हो जाती  है ? ) 

एक अभिभावक ने अखबार को चिट्ठी लिखी कि हस्तमैथुन, भिन्न सेक्षुअल रुझान, और अलग -अलग जेंडर पहचान, मुखमैथुन, गुदा सेक्स, आदि, बच्चों की किताब में नहीं होने चाहिए । 

तो लेखक रौबी हैरिस ने क्या जवाब दिया ? मेरे लिए यह बिलकुल भी विवादित नहीं है।  इन बातों को हर बच्चे को जानने का हक़ है 

कार्ड में सफेद पोल्का डॉट्स के साथ नारंगी बॉर्डर है।

इस शृंखला में पहले:

1. दा जापानीज सेक्स एड बुक प्रिंटेड ऑन टॉयलेट पेपर 

2. हाउ बेबीज़ आर मेड 

अगले हफ्ते: 

द मुस्लिमाह सेक्स मैनुअल : अ हलाल गॉइड तो माइंड ब्लोइंग सेक्स

कार्ड पर केंद्रीय चित्र एक किताब के कवर का है। इसका शीर्षक है "द मुस्लिमाह सेक्स मैनुअल -
ए हलाल गाइड टू माइंड ब्लोइंग सेक्स।" किताब के कवर पर एक बड़ा सा लाल गुलाब है।पूरे कार्ड में एक पीले रंग का बॉर्डर है,
जिसके प्रत्येक कोने पर चार गुलाब के आकार के चित्र हैं। बॉर्डर सभी कार्डों पर मौजूद है।

दुनिया भर से बेबाक और गजब सेक्स एड की किताबें-4

यानि सेक्स को लेके एक नियमवली, जो सेक्स करतीं मुस्लिम विषमलैंगिक औरतों के लिए लिखी गई है, कुछ ऐसे अंदाज़ में, जैसे बड़ी बहन की सलाह हो । 

दूसरे कार्ड में किताब के विभिन्न पहलुओं पर बातें शामिल हैं। हर टॉपिक की शुरुआत में एक अलग तरह का बुलेट सचित्र है।
उनमें एक गुलाब, एक छोटी घुमावदार ज्वाला और किरणों से घिरा हुआ एक दिल शामिल है।

इसमें क्या गजब है ?

ये एकदम प्रेक्टिकल है, ये नहीं कि बस फंडे मार रही हो ! लेखक निजी तजुर्बों से बात करती हैं, और उसके ज़रिये, बड़ी बहन या सहेली जैसे सेक्स के कुछ तौर तरीके साझा करती हैं । 

ये सब इसमें शामिल हैं - सेक्स के पोज़िशन, सेक्सी खुसर फुसर, और कैसे 'बिस्तर में आप एकदम सनक सकती हैं " । यानी किताब में चटपटी सेक्सी जिंदगी के सारे मसाले हैं, और साथ -साथ एक समझदार नज़रिया भी है । किताब इस बात को कुछ यूं बयान करेगी "हलाल रहने के लिए "। 

इसमें गजब की बात क्या है ? किताब इस कदर असरदार रही है कि आदमियों ने लेखक से कहा है कि हमारे लिए भी लिख दो, बत्ताओ कि हम अपनी बीवियों को बिस्तर में कैसे खुश रख सकते हैं । तो है ने गजब -गजब ? 

कार्ड में हरे प्रिंट का कुर्ता पहने एक मूंछ वाले आदमी का कैरिकेचर है। उनके करीब एक स्पीच बबल है।
कार्ड के निचले-दाएं कोने में एक फाउंटेन पेन है। इसकी निब पर एक स्पीच बबल लगा हुआ है।

अब जहां आनंद हो , वहाँ निंदक भी अक्सर आ ही जाते हैं ! 

कुछ लोगों ने किताब की निंदा कि है, ये कहके कि लेखक खुले आम सेक्स को बढ़ावा दे रही हैं, और मुसलमान औरत को महज़ एक चीज़ की तरह देख रही हैं । 

लेखक ने गुमनाम रहना चुना है, न केवल पुराने ख़यालों वाले आलोचकों से बचने के लिए , बल्कि इसलिए भी क्यूंकि " खुद को किताब से अलग रखने से, लोग उनपे कम, और किताब में जो लिखा है, उसपे ज़्यादा ध्यान देंगे । " 

कार्ड के शीर्ष पर, एक लाल बॉक्स के पीछे आंशिक रूप से ढका हुआ एक छोटा सा चेहरा है। जिज्ञासु आँखें झाँक रही हैं।
कार्ड पर दूसरी बातें लाल रेखा की सीमा के भीतर संलग्न है, जिसके कोनों पर दो गुलाब और पानी की बूंदें हैं।

तो किताब में झांक के देखें: 

जब तक आप गीली न हो जाए तब तक सम्भोग से पहले की जाने वाले खेल खेलें ।  उनके लिंग तक पहुंचने से पहले उनको आपके अंदर कम से कम दो उंगलियां डालने को कहें ।  जब आप पूरी तरह से सहज और तैयार हो जाए , तो उन्हें अंदर का रास्ता बताएं।  बहुत ज़बरदस्ती की नौबत नहीं आनी चाहिए , . अगर लिंग अंदर न जाए , तो बाहर निकाल दें , और उनसे ऊँगली डलवाने पे ध्यान दें ।  और फिर से  कोशिश करें।  अगर फिर भी अंदर न जाए , तो डॉक्टर के पास जाएँ।  

AOI की दुनिया भर से गजब सेक्स एड की  किताबों की शृंखला में ये और तीन किताबों के बारे में पढ़िये !

1. जापानी सेक्स एड की किताब जो टॉइलेट पेपर पे छपी है । 

2. बच्चे कैसे बनते हैं । 

3. ये एक दम नॉर्मल है ।  

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