कार्ड पर लिखा है:
बांधो !
बाइंडर/ बंधन पहनने की कला ।
सपाट छाती का अपना सपना सच करने के लिए बाइंडर/ बंधन पहनने की सोच रहे हैं
कार्ड पर लिखा है:
पहला कदम
ऐसा बाइंडर/ बंधन पहनें जो आप पे फबे ।
ये रहे ऐसे कुछ स्टाइल जिनसे तुम चुन सकते हो :
हाफ क्रॉप बाइंडर/ बंधन : ये आपकी छाती और कमर के बीच के हिस्से तक जाएँगे। एक स्पोर्ट्स ब्रा की तरह । ये केवल छाती को ही बांधेंगे ।
बैंड बाइंडर: ये भी कटे होते हैं, यानी बीच के हिस्से को कवर नहीं करते, पर इनपे कंधों वाले पट्टे नहीं होते ।
लॉन्ग बाइंडर: ये छाती, पेट और कूल्हों को सपाट करते हैं ।
कैनेटिक टेप या के टेप : ऐसा टेप जिससे आप अपनी छाती को दबाने के लिए बांध सकते हैं ।
कुछ बाइंडर में ज़िप भी होते हैं, हुक भी और वेलक्रो के पट्टे भी ।
कार्ड पर लिखा है:
दूसरा कदम
अपने को नापो
अपने कंधों की चौड़ाई नापो
छाती का साईज़,
छाती के नीचे का हिस्सा
कमर
और कूल्हे
लंबे बाइंडर की सोच रहे हो ? अगर छाती और कूल्हों के अलग अलग साइज़ की वजह से किसी एक साइज़ पे निर्णय नहीं ले पा रहे हो, तो छाती के साइज़ से निर्णय लो ।
छोटा बाइंडर साइज़ मत लेना ! ऐसे करने को मन तो करेगा, पर याद रहे, मकसद दबाना है, कुचलना नहीं ।
कार्ड पर लिखा है:
तीसरा कदम '
अब बाइंडर पहनो
इसे स्पोर्ट्स ब्रा जैसे पहन सकते हो
हाथ की जगह पे हाथ डालो
उसे कंधों के पास लाकर, कौलर पकड़ो
बाइंडर सर के ऊपर से लो
बाइंडर की सिलवटें सीधी करो
अगर यूं सर अंदर नहीं घुसा पा रहे हो, तो फिक्र न करो ! स्वाइप करके तरीका नंबर 2 जानो ।
कार्ड पर लिखा है:
चौथा कदम
अपने बाइंडर को एडजस्ट करो ।
एक बार बाइंडर अच्छे से फिट हो जाये, तो अपनी छाती को एडजस्ट करो ताकि तुम्हें आराम मिले, सांस न फूले ।
अपने बुलबुलों/ निपप्ल को सामने की तरफ लगाएँ, न कि नीचे की तरफ । नीचे रखने से, वहाँ अंदर, खून के बहाव में दिक्कत आ सकती है !
आपके निपल्स सामने की ओर हो सकते हैं - और बाइंडर के नीचे आपकी छाती की ओर दबे हो सकते हैं
बांधने का नुस्खा : जब आप पीठ के बल लेटते हो, उस समय आपकी छातियाँ जिस तरह नीचे को गिरती हैं, उनको बाइंडर में भी यूं ही रखना सबसे सही होगा।
कार्ड पर लिखा है:
लंबे समय तक बाइंडर पहनना बदन को असहज लगेगा ( और ये सुरक्षित भी नहीं है ) । कुछ लोग जो लंबे समय के लिए अपनी छाती बांधना चाहते हैं, वो टेप का इस्तेमाल करना बहतर समझते हैं ! उसे यूं इस्तेमाल कीजिये :
1 अपने बुलबुले/निप्पल किसी टिशू या मुलायम कपड़े से ढकिए ताकि खरोंच न लगे
2 टेप को उस कपड़े के ऊपर लगाईए, और उसे यूं फिट कीजिये कि आपकी छाती आपके काँख/ बग़ल द्वारा, टेप से बंधी है ।
आप ऐसा कोई भी टेप इस्तेमाल कर सकते हैं जिसे पहनना त्वचा के लिए सुरक्षित हो । ज़्यादातर लोग अथलेटिक/ खिलाड़ियों के इस्तेमाल वाला के टेप, (जिसका असली नाम किनेसीओलोजी टेप है ) इस्तेमाल करते हैं । डक्ट टेप/ पेकिंग टेप, प्लास्टिक रैप या मांसपेशियों के खींच जाने पे इस्तेमाल करे जाने वाली पट्टी को बिलकुल भी नहीं इस्तेमाल करें ।
ध्यान रहे कि टेप में सिलवटें का सिकुड़न न हो , इनसे आपकी त्वचा खींचेगी और त्वचा रगड़ जाएगी ।
टेप निकालने के लिए बेबी ऑइल का इस्तेमाल करें । टेप को तेल में सोक लेने दें, फिर उसको हल्के से छील के निकाल दें ।
कार्ड पर लिखा है:
अपने बंधन और बदन, दोनों की देखभाल यूं करें !
1. नियमित तरीके से बाइंडर को हाथ से, गुनगुने पाने में धोएँ, ताकि खाज खुजली न हो ।
2. एक बार में 8-10 घंटो से ज्यादा बाइंडर न डालें ।
3. जिन दिनों बाइंडर पहना है, अच्छे से पानी पीते रहें ।
4. अपना बाइंडर पहन कर सोएँ नहीं, ना ही उसे पहन व्यायाम करें । उतार के स्पोर्ट्स ब्रा पहनें ।
5. अगर दमा/asthma हो, या स्कोलियोसिस/ रीढ़ की हड्डी का असामान्य टेढ़ापन है , या फेफड़ों या रीड की हड्डी की कोई भी तकलीफ, तो संभाल के । अगर कोई मेडिकल तकलीफ है, तो आगे बड़ने से पहले, हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें ।
6. अगर छाती का आकार बदलने काओपेराशन कराने की इच्छा रखते हैं, तो ध्यान रखें कि अक्सर बाइंडिंग करने से, त्वचा के लचीलेपन में कमी आ सकती है, जिससे ऑपरेशन के अंजामों पे असर आ सकता है ।
कार्ड पर लिखा है:
जब बाइंडर का औपशन न हो, तो घरेलू नुस्खे :
कार्ड पर लिखा है:
इंडिया मे बाइंडर किधर मिलेगा ?
इन कुछ जगहों से संपर्क बनाओ !