कार्ड 1
चित्र का वर्णन:
हल्के हरे रंग की पृष्ठभूमि के साथ कार्ड के निचले बाएँ कोने पर एक छिला हुआ केला रखा गया है। केले के सिर में प्रीकम का प्रतिनिधित्व करने वाली छोटी पारदर्शी तरल बूंदें होती हैं। बूंदों पर मुस्कुराते चेहरे अंकित हैं।
कार्ड पर लिखा है:
कौन है यह पूर्व-स्खलन
कहाँ से आता है? क्या इरादा है?
मैं प्री-कम सेक्स का प्रीतम
लिंग की इस हल्की ओस के बारे में जरूरी बाते इस तरफ
कार्ड 2
चित्र का वर्णन:
कार्ड के केंद्र में पीले रंग की पृष्ठभूमि के साथ एक लौकी रखी गई है। लौकी के सिर में प्रीकम का प्रतिनिधित्व करने वाली छोटी पारदर्शी तरल बूंदें होती हैं। बूंदों पर मुस्कुराते चेहरे अंकित हैं। लौकी पाठ से घिरी हुई है.
कार्ड पर लिखा है:
लिंग का ये खास पानी आखिर है क्या बला?
लिंग का पानी या प्रीकम, उसके वीर्य या माल से पहले निकलने वाला साफ लेकिन चिपचिपा पानी होता है। ये सेक्स की मस्ती चढ़ते समय कभी भी आ सकता है।
ये काफी हद तक वीर्य के जैसा दिखता है- सेक्स केचरमसुख के समय लिंग से निकलने वाला गाढ़ा सफेद पानी।
इसे ये सब भी कहते हैं:
प्रीकम/बारिश के पहले की फुहार माल से पहले का पानी / काऊपर फ्लूइड - अमृतधारा
अगर माल निकलने पर कोई फिल्म बने, तो माल बनेगा मुन्ना भाई और लिंग का पानी होगा सर्किट, जिसके बिना मुन्ना भाई कभी नहीं आता
कार्ड 3
चित्र का वर्णन:
नीयन हरे रंग की पृष्ठभूमि पर कार्ड के ऊपरी दाहिनी ओर एक बैंगनी लिंग की रूपरेखा है। लिंग के अंदर से निकलने वाले शुक्राणु कहते हैं "बॉन वॉयेज!" बाहर तैरते समय.
कार्ड पर लिखा है:
ये आखिर आता ही क्यों है?
लिंग का ये पानी मूत्रमार्ग (जहाँ से बीज और सु-सु, दोनों ही आते-जाते हैं) को स्खलन के लिए तैयार करता है।
वीर्य के बीज थोड़े से नाजुक होते हैं। थोड़ा पीएच. चभ् लेवल / एसिड लेवल बढ़ा नहीं, कि वो टें बोल गए। बीज जितने पीएच लेवल / में जिंदा रह सके, सु-सु का पीएच लेवल उससे ज़्यादा होता है। चूँकि माल और सु-सु दोनों ही किसी की देह में एक ही ट्यूब के रस्ते से आवाजाही करते हैं, बीज पर इसकी सिडीटी का असर हो सकता है।
BON VOYAGE!
लिंग का सेक्सी पानी, मूत्रमार्ग की सिडीटी कम करता है ताकि बीज साफ और खुशहाल सफ कर सके (मजे का सफर रहे ?)
कार्ड 4
चित्र का वर्णन:
बैंगनी पृष्ठभूमि पर, निचले दाएं कोने की ओर, एक मापने वाला फ्लास्क है। फ्लास्क 4 मिलीलीटर के निशान को लाल रंग में उजागर करता है। प्रीकम का प्रतिनिधित्व करने वाली छोटी सफेद बूंदें मुस्कुरा रही हैं और फ्लास्क में आराम कर रही हैं।
कार्ड पर लिखा है:
लिंग का ये पानी किस हद तक निकालना चाहिए?
लिंग के इस पानी/प्रीकम की को तय मात्रा नहीं है। कितना पानी छूटेगा, ये हर एक के लिए अलग हो सकता है ।
आम तौर पर लोग माल निकलने से पहले, 4 मिली तक पानी छोड़ देते हैं।
सेक्स के समय लिंग के पानी से हुए हल्के गीलेपन का तो अहसास भी नहीं होता।
कार्ड 5
चित्र का वर्णन:
नीले रंग की पृष्ठभूमि वाले कार्ड के केंद्र में गर्भावस्था परीक्षण है। परीक्षण परिणाम एक सकारात्मक संकेत दिखाता है। परीक्षण के सिर पर प्रीकम की एक सफेद बूंद बैठी है, जिसमें एक बुरी मुस्कान है और शैतान का सींग "हे हे हे" हंस रहा है
कार्ड पर लिखा है:
क्या लिंग के पानी/प्रीक्रम से बच्चा ठहर सकता है?
प्रीकम में बीज नहीं होता है। लेकिन ऐसा हो सकता है कि ऊसमें बीज चला जाए। ये हो सकता है कि वीर्य का माल मूत्रमार्ग में लगा रहे और बाहर निकलते समय लिंग के पानी में मिल जाए। 2016 में हुए एक शोध में लगभग 17% प्रतिभागियों के लिंग के पानी में चलता-फिरता बीज मौजूद था।
(हा हा हा)
तो हाँ, लिंग के पानी से बच्चा ठहर सकता है।
कार्ड 6
चित्र का वर्णन:
एक ब्लू पृष्ठभूमि वाला कार्ड पूरे कार्ड में फैले गुलाबी, हरे और पीले रंग के छोटे बैक्टीरिया से घिरा हुआ है।
कार्ड पर लिखा है:
क्या लिंग के पानी से यौन रोग हो सकते हैं?
हाँ। लिंग के पानी से यौन रोग फैल सकता है।
यौन रोग आमतौर पर सेक्स के समय मेलजोल से होता है। एच आईवी, क्लेमिडिया, हेपटाइटिस बी और गोनोरिया कई गीली चीजों से फैल सकते हैं, और हाँ, बिल्कुल सही सोच रहे हो, लिंग के पानी से भी।
अपने आप को बचाए रखने के लिए, लिंग के साथ किसी भी सेक्सी मेलजोल के वक्त कंडोम का इस्तेमाल करो और यौन रोगों की बराबर जाँच कराते रहो।