ऑल्ट टेक्स्ट के साथ नीचे पढ़ें:
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो लोगों को दर्शाया गया है, जो हाथ पकड़े हुए हैं। उनके हाथों के बीच में एक फूल है। उनमें से एक व्हीलचेयर पर बैठा है। कार्ड पर लिखा है:
क्या आप जिनके साथ डेट पर जा रहे हैं उन्हें विकलांगता है? इन बातों का ध्यान रखें!
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर तीन चित्र हैं। पहले चित्र में, दो लोगों को दर्शाया गया है। उनमें से एक दूसरे को पूछ रहा है,
दूसरे चित्र में कुछ किताबों को दर्शाया गया है। तीसरे चित्र में एक गिटार बजाते हुए व्यक्ति को दर्शाया गया है।
कार्ड पर लिखा है:
मत करो: 'तुम्हें क्या हुआ ' से बातचीत की शुरुआत ।
बहुत कुछ गुज़री है उनपे । ज़िन्दगी । समाज । जब बताने को तैयार होंगे , तो खुद ही बताएँगे क्या हुआ।
उनको किस तरह का संगीत पसंद है , उसपे ज़रूर बात करो।
या किताबें जो तुम दोनों ही पढ़ रहे हो। जितना तुम सोच रहे हो , उससे कहीं ज़्यादा मिलती जुलती बातें हो सकती हैं दोनों में । उन्हें ढूंढ़ने की कोशिश करो।
किसी की विकलांगता उसका वजूद नहीं होती। हो सकता है ज़िन्दगी का एक हिस्सा उस चीज़ से जूझते हुए बीत रहा हो। लेकिन और भी चीज़ें है उनके जीवन मे। वो इंसान है , संवेदनशील है, और उनके अंदर भी कामनाएं भरी है। उनसे वहीँ पूछो , जो तुम चाहते हो तुमसे कोई पूछे।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र हैं । पहले में दो लोगों को दर्शाता गया है जो एक टेबल पर बैठे हैं। उनमें से एक, एक स्ट्रॉ की सहायता से कुछ पी रहा है। साथ मैं बैठी हुई लड़की एक सैंडविच खा रही है। दूसरे चित्र में दो लोगों को दर्शाया गया है। उनमें से एक के हाथ में छड़ी है, और वो उत्साह के साथ बातें कर रहा है। सामने बैठी लड़की,उसकी बातों गौर से सुन रही है।
कार्ड पर लिखा है:
यह मत कहो: कि उनके लिए काफी बुरा लग रहा है। या यह बुरा लग रहा है कि उनके साथ यह हुआ।
(हमने यह अक्सर सुना है। आपको किस बात का बुरा लग रहा है ? )
अगर वह अपनी कठिनाइयों के बारे में बात करे तो बहुत ही सहानुभूति के साथ सुनो। सहानुभूति और दया, ये दो अलग भाव हैं । वो कोई दया करने वाले को नहीं ढूंढ रहे हैं। वो चाहते हैं उनको कोई समझे, पसंद करे , प्यार करे। क्या तुम यह सब नहीं चाहते ?
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर तीन चित्र हैं। पहले में एक नक्शे पर लगे लोकेशन पिन को दर्शाया गया है। दूसरे चित्र में दो लोगों को दर्शाया गया है, जिन्होंने एक दूसरे के हाथ पकड़े हुए हैं, और जो एक ट्रेन की सवारी करने वाले है। तीसरे चित्र में, एक हाथ को दूसरे हाथ की तरफ बढ़ते हुए दर्शाया गया। पास ही में एक स्पीच बबल है, जिसमे लिखा है, "इजाज़त है?"
कार्ड पर लिखा है:
मत करो : मिलने की जगह तुम अकेले मत तय करो।
करो : उनसे पूछो उनकी सुविधा किस में है। खुद को उनकी जगह रख के पूछो। अगर वो चल नहीं सकते या दर्द रहता है तो वो जगह जहां बहुत सारी सीढ़ियां है , वो उनके लिए सही नहीं है। उनसे पूछो कि वह खुद आ सकते है , या किसी को साथ आने की ज़रुरत है। उस संभावना के लिए तैयार रहो। सब की अलग अलग ज़रूरतें होतीं है।
उनसे पूछो कि तुम उनको छू सकते हो या नहीं, उनका हाथ या व्हील चेयर पकड़ सकते हो या नहीं। विकलांग लोग इस चीज़ को ले के काफी संवेदनशील हो सकतें है। करने से पहले उनसे पूछो।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र हैं। पहले में एक जोड़ी को दर्शाया गया है। उसमे से एक ने दूसरे के कंधे पर हाथ डाला हुआ है, और इनके मुह में एक गुलाब का फूल है। दूसरे व्यक्ति ने एक छड़ी पकड़ रखी है।
दूसरे चित्र में एक लड़की एक व्हीलचेयर पर बैठी दर्शाई गई है। पास में एक स्पीच बबल है, जिसमे लिखा है,"। "
कार्ड पर लिखा है:
मत करो :बस उनकी विकलांगता के बारे में ही बात मत करते रहो।
करो : उनसे फ़्लर्ट करो। उनको फूल दो। मज़ाकिया बनने की कोशिश करो। विकलांगता पे चुट्कुले तो मत ही सुनाओ ।
मत करो :उनसे बच्चों जैसा सुलूक मत करो । अपनी ज़िन्दगी पे या उनके साथ तुम्हारे रिश्ते को ले के निर्णय लेने की उनकी क्षमता पे सवाल मत करो।
करो :उनको याद दिलाओ कि वह वयस्क हैं और सेक्सी हैं।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र हैं। पहले में दो लोगों को अपने कंधे पर बड़ा सा पत्थर उठाते हुए दर्शाया गया है। उसमे से एक पत्थर दूसरे से थोड़ा छोटा है। उनके सिर के ऊपर एक "१ ईमान।" का ट्रॉफी है, जिसको दोनो तरफ से दो हाथों को खींचते हुए दर्शाया गया है।
दूसरे चित्र में एक व्यक्ति, दूसरे व्यक्ति को दो दिल के आकार के गुब्बारे दे रहा है। ऐसा लगता है जैसे गुब्बारों को चोंट लगी है, और उन्नपार बनदैद लगाया गया है।
कार्ड पर लिखा है:
मत करो :दुखों की प्रतियोगिता का आयोजन मत करने लग जाओ। हाँ बेशक , तुम्हारे पास बचपन की कड़वी यादें है। बेशक तुम अपने बदन को ले के चिंतित हो। हाँ बेशक तुम समाज के बनाये हुए ढांचों में नहीं समाते। लेकिन अपने अनुभवों का मुकाबला उनके विकलांगता से मत करो। विकलांगता को ले के उनको रोज़ की ज़िंदगी मेन लांछन और भेदभाव को सहना पड़ता है । अब अगर तुम उनको यह कहोगे कि उनका और तुम्हारा अनुभव एक ही है, तो इससे तुम उनके ऐसे अनुभवों को नकार दोगे, ऐसा मत करो ।
करो :अपनी ज़िन्दगी के बारे में बात करो और एक दूसरे के नाज़ुक पहलुओं के बारे में खुल के बात करो।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र है। पहले चित्र में एक व्यक्ति एक मैग्नीफाइंग ग्लास को लेकर कुछ गौर से देख रहा है। दूसरे चित्र में, एक जोड़ी को बिस्तर पर लेटे हुए एक दूसरे को आलिंगन करते हुए दर्शाया गया है।
कार्ड पर लिखा है:
मत करो :उनकी अंतरंग ज़िन्दगी, कामनाएं , और ज़रूरतों के बारे में पहले से ही सब कुछ सोच के मत बैठ जाओ। अपनी कामनाएं उनसे मत छुपाओ।
करो :ईमानदार रहो। उनको बताओ कि तुम कैसा महसूस कर रहे हो। तुम्हे क्या आकर्षित करता है , क्या नहीं। सेक्स और अंतरंगता को ले के तुम्हारे क्या ख्याल है। अपने पार्टनर के बदन से तुमको क्या उम्मीदें है। अगर कोई किंक ( सेक्स को ले के कोई अलग से कल्पना ) या कोई और कल्पना है तो वो बताओ। उनके अनुभवों के बारे में बात करो। शारीरिक सम्बन्ध बनाने में वो कितने सहज है ? कुछ बिस्तर पे माहिर होंगे, कुछ लोग एकदम इसमें नये होंगे। इस बात से हैरान मत हो जाना कि वो डायपर में हैं या कुछ ऐसी दवाइयां लेते है जो उनको बिस्तर पे थोड़ा कमज़ोर बना दे।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र हैं। पहले में एक इंसान को व्हीलचेयर में बैठे हुए दर्शाया गया है। वह दुःखी लग रहे हैं। उनके इर्द गिर्द उनकी तरफ घिन्न की भावना से इशारा करते हुआ कई हाथ दर्शाए गए हैं। दूसरे चित्र में, दो लोग एक बेंच पर बैठे है, एक दुसरे को प्यार से पकड़े हुए।
कार्ड पर लिखा है:
मत करो : उनको उनके बदन पे शर्मिंदा मत करो । उनको छोटा मत दिखाओ । हम सब की फितरत है, हमें वही सुंदर लगता है जो समाज के सिखाये मापदण्डों पे खरा उतरता है ।
करो : अगर तुम उनसे आकर्षित नहीं हो, तो उन्हें बता दो। उन्हें वजह बताओ। नहीं तो वो सोचेंगे वजह उनकी विकलांगता ही है। उनके लिए डेट करना आसान नहीं है , अपने आप को दूसरो के सामने खुल के पेश करना , मिलने की जगह पहुंचना और तुमसे मिलना ... यह सब उनके लिए आसान नहीं है।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र है। पहले में एक व्यक्ति तो दूसरे व्यक्ति को आलिंगन करते हुए दर्शाया गया है। उनके सिर के ऊपर लिखा है "रोमांस, सेक्स और शादी की तलाश में।" दूसरे चित्र में एक व्यक्ति दूसरे से के रहा है, "मैं फ्री नही हूं, सॉरी।" इस बात से दूसरा व्यक्ति भ्रमित नजर आ रहा है।
कार्ड पर लिखा है:
करो :डेट और रिश्ते से एक दूसरे की उम्मीदों के बारे में बात करो। वो रोमांस , प्यार और सेक्स की उम्मीद कर रहे होंगे। उनको दोस्ती की उम्मीद होगी। यह तो हर रिश्ते में होना चाहिए।
मत करो :जो चाहिए उसके प्रति अनिशिश्चित न रहो। ऐसा करना उनकी भावनाओं को सुरक्षित नहीं रखता ।
ऑल्ट टेक्स्ट: कार्ड पर दो चित्र है। पहले में एक हाथ को दुसरे हाथ को एक इंगेजमेंट रिंग देते हुए दर्शाया गया है। दूसरे चित्र में एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति के बाल बनाते हुए दर्शाया गया है।
कार्ड पर लिखा है:
मत करो : पहले प्रतिबद्ध हो, फिर लंबे समय में देखभाल की जरूरतों पे बात करो ।
करो :उनकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी के बारे में पूछो। उनको रोज़ की गतिविधियों में कितना सहायता चाहिए होती है , यह पूछो। उनको किस तरह की सहायता की ज़रुरत होती है जब वो दुखी या मायूस होते है। जब वो बीमार पड़ते है तो उनको किस तरह की देख भाल की ज़रुरत होती है और तुम उसमे क्या सहयोग कर सकते हो। जो तुम न संभाल पाओ, वहाँ हाथ मत डालो। देख भाल करना कोई नयी बात नहीं है। हम सभी करते है जब कोई परिवार का सदस्य या रूममेट बीमार पड़ता है। तब भी करते है जब घर का कोई बुजुर्ग बीमार पड़ता है। जो लोग हमारे लिए महत्वपूर्ण होते हैं, हम उनकी भावनाओं का भी ख्याल रखते हैं ।