यानी शब्दों की छोटी सी माला पहन के आगे बढ़ो l जब पासवर्ड का मामला है तो, शब्दों की ये छोटी माला, एक शब्द के अकेले मोती से ज़्यादा ताकत रखती है l थोड़े नंबर, थोड़े सिंबल- इनको भी उसमें फेरो ! ( हाँ अपने पार्टनर या बच्चों के जन्मदिन टाइप के नहीं, इन्हें बूझना सरल है , थोड़ी और अकल लगाओ ) l और ध्यान रखो, अलग अलग साइट के लिए अलग पासवर्ड बनाओ l
अपने डेटिंग ऐप्प के सिक्योरिटी फीचर्स को ध्यान से पढ़ो l कई ऐप्प्स में सेफ्टी फीचर्स निहित होते हैं और ऐप्प को सुरक्षित बनाने के गाइडलाइन्स भी अक्सर छपते हैं l पर ये कुछ और बातें भी याद रखो : अपने सोशियल मीडिया प्रोफाइल पे अपनी तस्वीर को बदलते रहो, अगर तुम ये नहीं चाहते कि लोग तुम्हारी तस्वीर के ज़रिये तुम्हें ऑनलाइन ढूंढ निकालें l अपने सोशिय मीडिया अकाउंट से डेटिंग ऐप्प पे साइन इन करना आसान तो लगता है, पर याद रहे कि ऐसा करने से तुम्हारे प्रोफाइल पे तुम्हारा बहुत सारा इनफार्मेशन आ जाता है l
अपनी ऑनलाइन करीबियों को ऑफलाइन ले जाते वक्त ये सावधानियां बर्तो l दूसरे से मिलने से पहले उसके साथ एक वीडियो कॉल ज़रूर करो, पता तो रहे कि इंसान से ही बात कर रहे हो या किसी मछली से ! पहले पब्लिक जगह पे मिलो, अपने किसी एक दोस्त को अपने लोकेशन के बारे में अपडेट करते रहो, वगैरा, वगैरा l
ऑनलाइन पोस्ट करते वक्त अपने एकदम सही लोकेशन को पूरी तरह से मत बताओ l नहीं तो अगर कोई ऑनलाइन तुम्हारा अनचाहा पीछा कर रहा है, वो तुम्हें ऑफलाइन भी ढूंढ सकेगा l तो अवॉयड करो l अब जब सतर्क हो रहे हो, तो अपने लोकेशन सेटिंग ऑफ ही रखो, तब तक, जब तक उन्हें औन करने की ज़रुरत न लगेl बैकग्राउंड में उन सारे ऐप्पs को क्यों पता चले कि तुम हर पल कहाँ पे हो? ऐसे करने का बोनस ये है- इससे बैटरी बचेगी !
यानी अपने एकाउंट्स को साइंड इन अवस्था में न छोड़ो ! खासकर अगर तुम किसी और का पी. सी. इस्तेमाल कर रहे हो l सारे समय सारे एकाउंट्स पे साइंड इन रहना तो नाक के नीचे मास्क पहनने से भी बदतर है - ऐसे में कोई आसानी से तुम्हारे पासवर्ड बदल सकता है, तुम्हारा डिजिटल माल हासिल कर सकता है और तुम्हें तुम्हारे अकाउंट से ही निकाल बाहर कर सकता है l
जहां भी मुमकिन हो टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन औन ( Two factor authentication on) का इस्तेमाल करो l मतलब, इसके इस्तेमाल से, अपने ट्विटर, F.B., ईमेल इत्यादि पे साइन इन करने के लिए, तुम्हें अपने फ़ोन से OTP की ज़रुरत पड़ेगी l पर इसका मतलब है कि तुम्हें अपने फ़ोन को भी सुरक्षित रखना होगा ! अगर तुम्हें SMS के ज़रिये OTP लेना पसंद नहीं, तो ऑथेंटिकेटर ऐप्पs / authenticator apps( जो ख़ास सिक्योरिटी कोड जेनेरेट करते हैं )भी मिलते हैं- इनके बारे में पढ़ो और जानो !
नग्न तस्वीरों और सेक्सी संदेशों के लिए ऐसे ऐप्पs इस्तेमाल कीजिये जिनमें: 1) एन्ड टू एन्ड एन्क्रिप्शन/end to end encryption हो (इसमें आपकी इनफार्मेशन एक कोड के रूप में रहती है, तो हर कोई इसे पढ़ नहीं सकता) 2) मैसेज को सेटिंग देके उसको दोनों तरफ से गायब करने की सुविधा हो 3)दूसरी तरफ से स्क्रीनशॉट लिए जाने पे नोटिफिकेशन मिलने की सुविधा हो 4) जिनमें साइन अप करने के लिए ईमेल या नंबर देने की ज़रुरत न पड़े
थोड़ा ध्यान से सर्च करने पे आपको फ़टाफ़ट पता चल जायेगा कि कौन से अप्प्प इस्तेमाल करने चाहियें ! क्या आप चाहते हैं कि आप अनजान रहें, आपकी पहचान सामने न आये ? तो अपना चेहरा, बर्थ मार्क् या कोई और ऐसा हिस्सा न दिखाएं, जिससे आप ख़ास पहचाने जा सकते यहीं l ऑब्सक्युराकैम/Obscuracam जैसे ऐप्पs आपको अपने फोटोज के ख़ास हिस्सों को pixelate करने की सुविधा देते हो,ताकि वो हिस्सा स्पष्ट नज़र न आये l मेटा डेटा ऐप्पs जैसे फोटो एक्सिफ़ एडिटर/Photo Exif Editor आपको आपकी तस्वीर से टाइम और लोकेशन हटाने देते हैं l आप अपनी नग्न तस्वीरों को अपने यंत्र के एक एन्क्रिप्टेड फोल्डर में भी रख सकते हैं l
ऐसा आपके साथ हुआ है, कि आप अपने दोस्त को फोन पे अपने गोआ जाने के प्लान के बारे में बता रहे हो, और अगले हफ्ते भर, आपकी फीड पर सारे समय, एक के बाद एक, ट्रेवल पैकेजे और अन्य ऐसे एड्स आते रहते हैं ? अगर आपको ये डर है कि शायद आपका मोबाइल फोन आपकी हर बात सुन रहा है, तो ऐप्प में दिए गए परमिशन कम कीजिये l ऐप्प को वाकई आपके माइक्रोफोन तक पहुँचने की ज़रुरत है ? वाकई आपके लोकेशन की ज़रुरत है ? या आपके कांटेक्ट लिस्ट की ? उंगली दबा के अंधाधुंध परमिशन देने से पहले, घड़ी दो घड़ी अपने से ये सवाल करना बेहतर होगा l
अरे, एजेंट्स, हर यंत्र और ऐप्प पे सिक्योरिटी/ सुरक्षा और प्राइवेसी की बड़ी सारी सेटिंग होती हैं, हैं न l तो उनका इस्तेमाल करना ही बेहतर है l जानिये कि ये जो गुप्त रूप से सूचना इकठ्ठा करने वाले होते हैं, वो आपकी प्रोफाइल से क्या क्या सूचना पा सकते हैं ? तो इन प्राइवेसी सेटिंग्स में आप पता कर सकते हैं कि कैसे लोगों को आपका ईमेल आई.डी. न मिले, या हर कोई आपके फ़ोन नंबर तक न पहुँच पाए, या कुछ एड्स का आना कैसे रोका जाए ( FB, हर वक्त आपके अक्सर इस्तेमाल में आने वाले शब्दों/keywords के अनुसार आपको एड्स दिखाता है )...l यानी इन सेटिंग्स में समझने जानने के लिए बहुत कुछ है ! सेटिंग भी समय के साथ बदल जाती हैं, तो अपडेट करते रहिये !
जब सर्च बार खुद से ही आपको वो सब बता देता है जिसे आप हाल में ढूंढ रहे थे, तो आपको बहुत गुस्सा आता है ? मन करता है कि आपकी पहचान गुप्त रहे ? तो गुप्त मोड (जिसे अंग्रेज़ी में इन्कॉग्निटो मोड/ incognito mode कहते हैं), पे ब्राउज़ कीजिये l ऐसा करने से ब्राउज़र अपने पास ये सारी इनफार्मेशन नहीं रखेगा कि आप ऑनलाइन कहाँ गए, आपने क्या क्या सर्च किया l ब्राउज़र न करे, पर इन्कॉग्निटो मोड में भी, हो सकता है कि आपका इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP), आपके काम की जगह/ स्कूल एडमिनिस्ट्रेटर या आपके ढूंढें हुए वेबसाइट आपकी इनफार्मेशन अपने पास रखें l तो आप डकडकगो /DuckDuckGo सर्च इंजन या टॉर ब्राउज़र/Tor Browser का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आपकी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए बनाये गए हैं l ब्राउज़र की सेटिंग पे जाइये और 'डू नॉट ट्रैक ' ऑप्शन पे क्लिक कीजिये l साथ साथ, समय समय पे ब्राउज़र सेटिंग्स और कूकीज़/ टेम्प फाइल को क्लियर कीजिये/ हटाइये l
डिजिटल सिक्योरिटी के साथ इंटरनेट इश्क़ के १० दमदार नुस्खे
Steps to retain your intimate and private internet-self
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