हम अपने शरीर को खून, हाड़ माँस और अंगों का बना सोचते हैं। पर हमारे पास इस शरीर के अलावा इस संसार में और हैं ही क्या। हम जो कुछ भी महसूस करते हैं वो इस शरीर के बाहर नहीं होता है- हमारे एहसास, हमारी यादें, हमारे दर्द और उसकी निशानीयाँ। उन पर जाति या लिंग, या फिर शरीर के रंग और दिखावे और क़ानून और परम्परा का इस्तेमाल कर कितना नियंत्रण है उसके अनुसार सामाजिक तमगा डाल दिया जाता है |
तो पेश है सौ चीज़ें जो हमारे शरीर में हैं | और एजेंट्स, अगर आप कोई शब्द इसमें जोड़ना चाहते हैं तो नीचे कमेंट में या [email protected] पर मेल करें | अगली बार जब हम इस post को आपके शब्दों के साथ पोस्ट करेंगे |