क्या पवित्र- अपवित्र वाली सोच हमारे मानसिक स्वास्थ के आड़े आती है? पवित्रता को लेकर हमारे अन्दर कुछ पकी-पकाई सोच होती है| हमें अक्सर उसके बारे में खुद पता नहीं होता | इसकी वजह से हम दूसरों की आलोचना करते हैं | अपने किसी किये पर अपने आप से नफरत करने लगते हैं| इस सब से हमारे मानसिक स्वास्थ पर असर पड़ता है| अमृता नारायणन ने इन बातों को को लेकर नक्शा बनाया है, जो हाज़िर है|





