यह उन हुक-अप ऐप्स में से एक पर शुरू हुआ था।
आजकल सब कुछ क्या वहीं से शुरू नहीं होता ? यह एक अजीब-सी रात थी। मैं अकेली थी, किसीकी नज़र को तलाश रही थी और तरस रही थी ऐसी बातचीत के लिए जो घिसीपीटी ना हो। फ़िर, मैंने इस मज़ाकिया लड़के से बातचीत शुरू कर दी, जिस के पास लोगों को हँसाने की अद्भुत कला थी। हम कुछ बातचीत करने में कामयाब रहे बिना अपने ब्योरे साझा किए। हम एक दूसरे के नाम नहीं जानते थे, लेकिन हम ऐसे बात कर रहे थे जैसे हम कई वर्षों से एक दूसरे को जानते थे।
इससे पहले कि मैं कुछ सोच -समझ पाती, मैं एक स्थानीय कॉफी शॉप में इस लड़के से मिल रही थी। मैंने सोचा था कि यह एक घंटे लंबे समय की हल्की - फुल्की बातचीत का सत्र होगा और भविष्य में एक हुक-अप तक पहुँचेगा, पर वो समाप्त हुआ एक रात्रि भोज पर एक बहुत वाकपटु व्यक्ति के साथ।
हम कुछ दिनों बाद फिर से मिले। यह मेरे जीवन की सबसे अच्छी शामों में से एक थी। वह रात एक चुंबन के साथ समाप्त हुई ।
यहाँ तक कि उसके हाथ का थोड़ा सा स्पर्श भी गुदगुदा जाता था मेरे पूरे शरीर को। और बेशक, मैं और अधिक के लिए तरस रही थी। और इन दो मुलाकातों के बीच, “वो” बात हुई - जहाँ हमने सेक्स करने की संभावना पर चर्चा की।हम दोनों में से कोई भी घुमाफिरा के बात करनेवालों की तरह का नहीं था, सो हमने सीधे ही “उस” बातचीत में गोता लगा दिया । यह सेक्स की संभावना पर चर्चा के साथ शुरू हुई और हमारी उम्मीदों के साथ समाप्त हुई।
यह वाकई यूँ लग रहा था कि जो कुछ भी हो रहा था, सब प्राकृतिक गति से आगे बढ़ रहा था।
और फिर उसने वह सवाल पूछा लिया...
मैंने उससे पूछा,“क्या सचमुच?!” क्योंकि व्हाट्सएप की रिक्त दीवारें मेरे सदमे और अविश्वास को व्यक्त नहीं कर पा रही थीं।
मैं, जो हमेशा सुरक्षा का इस्तेमाल करती थी और विशेष रूप से जो यूँही किसी के साथ नहीं सो जाया करती थी, मुझसे यह सवाल पूछा जा रहा था। मुझे बुरा लग रहा था।
लेकिन थोड़ी ही देर में, विवेकशील विचार और तर्क लौट आए। मैंने ईमानदारी बरती।
यह व्यक्ति जो मुझसे यूँ ही ऑनलाइन मिला था, मुझसे ऐसे सवाल पूछ रहा था, जो मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक एप के ज़रिए मिले नए लोगों से मिलने की प्रक्रिया में शामिल हो सकता है। परन्तु, तब तक संदेह के बीज जड़ ले चुके थे । मैंने ऐसा पहले क्यों नहीं किया? मैं हर तरह से क्यों निश्चिन्त नहीं होना चाहती थी? मुझे यकीन क्यों नहीं होना चाहिए था? ‘भरोसा रखना’ संक्रमण के खिलाफ एक ढाल के रूप में तो कार्य नहीं करता।
हम कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।
हम जो कुछ भी थोड़ा बहुत करना जानते हैं, खुद के बचाव के लिए करते हैं (हालांकि हम हमेशा अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं - करते क्यों नहीं?)। लेकिन किसी तरह हम इस विचार का सामना नहीं करना चाहते हैं कि कुछ गलत हो सकता है। हम अपने साथियों से उनकीेे 'वह संख्या' पूछते हैं। जैसे कि यह जानना कि वे कितने लोगों के साथ सोए हैं, इसका सही संकेत हो सकता है कि उनके साथ यौन संबंध बनाना कितना ख़तरनाक़ हो सकता है। हम भूल जाते हैं, कि केवल एक ग़लती की ही ज़रूरत होती है। अंधेरे में तीरों को फेंकने के बजाय, हम कुछ सीधे-सरल परीक्षणों के बारे में क्यों नहीं पूछते? कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कितने नैदानिक, तनावग्रस्त या अकामोत्तेजक लगते हैं। मैं किसी प्रकार इन लगातार ट्रेन की तरह आते विचारों से पार पा गयी और मुझे कुछ ऐसा करने के लिए मिला जो मुझे बहुत समय पहले करना चाहिए था। मैंने एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से भेंट करने का समय नियोजित किया। फिर मैंने चारों ओर पूछना शुरू कर दिया। मेरे कुछ दोस्तों के साथ मेरी कुछ अजीब बातचीत हुई और मुझे पता चला कि उनमें से किसी ने भी एक आम चेक अप के लिए कभी भी इस तरह की भेंट की नियुक्ति नहीं की है। एक स्त्रिरोगविशेषज्ञ के क्लिनिक में कदम रखना, वह भी बिना किसी ‘खास’ मुद्दे के, जैसे कि यू.टी.आई. (मूत्र संबंधी पथ संक्रमण) के लिए... कहते हैं ऐसा करने से किसी भी व्यक्ति के लिए लोगों के दिमाग़ में कई बातें चल पड़ती हैं। ख़ासकर अगर आप एक उच्च सुरक्षात्मक परिवार में रहती हैं जहाँ बहुत ही सीमावर्ती मुद्दे होते हैं… अब मान भी लेते हैं कि इसका तात्पर्य अधिकतर भारतीयों से है, जो ऐसे ही संदर्भो से जुड़े हैं। यौन सक्रिय होना ऐसा कुछ है, जो परिवार के संस्थान के लिए, अस्तित्व ही नहीं रखता है। लेकिन इस बार मैंने एक बहाने का आविष्कार किया और मैं, मेरे भयातुर और डरे हुए अस्तित्व को डॉक्टर के पास ले गयी।
किसी को आश्चर्य हो सकता है कि आख़िर ऐसा क्यों, क्या यह एक बड़ी बात थी ? अगर आप सेक्स कर सकते हैं, तो आप स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जा सकते हैं। वास्तव में पिछले कुछ सालों में, मैंने कई महिलाओं के बारे में सुना है / पढ़ा है / उनका ज़िक्र आया है, जिनकी आलोचना की गई है या चिकित्सकों द्वारा शादी किए बिना यौन सक्रियता रखने के लिए उन्हें बहुत कुछ बोला गया है। बाकी सभी सामाजिक अस्वीकृतियों से जूझते हुए, ये निराशा भी आपको बात टालने की ओर ले जाती है। यह एक दुखद सत्य है।
लोग आलोचना करते है; डॉक्टर भी आलोचक हैं, फिर उनका नैतिकता पर व्याख्यान के लिए कौन स्वेच्छा से प्रस्तुत होगा? मैं निश्चित रूप से यह नहीं चाहती थी ! और इससे भी बदतर, जब आप छोटे पड़ोस में रहते हैं तो हर कोई हर किसी को जानता है। अगर यह तथ्य लोगों के सामने आ जाये तो क्या होगा? आख़िर कोई भी मेज़ पर नग्न नहीं लेटना चाहता, कम से कम जब तक ऐसा करने का कोई ठोस कारण ना हो। बहाने अनंत हैं , लेकिन हम वयस्क हैं , हमें स्वयं के लिए जिम्मेदार होना चाहिए और यह करना उतना ही आवश्यक और आसान है जितना कि दाँत साफ़ करना । आखिरकार दिए गए समय पर मैं डॉक्टर से मिल पाई। मेरा डॉक्टर बुद्धिमान, तेज़ था, और इतना व्यवस्थित और व्यस्त था (शुक्र है!) कि अजीब, आलोचनात्मक या असुविधाजनक कोई चीज़ होने की संभावना ना थी? हालांकि, यह भी सच है कि, जब तक आप डॉक्टर के दरवाज़े तक नहीं पहुँच पाते, आपको कई हास्यपद और अजीब व्यंजनाओं से निपटना पड़ता है, जिन सब का उद्देश्य बस यह पता लगाना है कि क्या आपके यौन जीवन में सक्रियता है। शब्द "सेक्स" बोलने में असमर्थता अविश्वसनीय है।
लेकिन मैंने कैसे भी इनकी बातों को सुना-अनसुना कर दिया और चीज़े हंसी में उड़ाने में कामयाब रही । मैं वहाँ से इस तसल्ली के साथ निकल आयी कि मुझे कोई संक्रमण नहीं है और अपनेआप से यह वादा भी किया कि मैं फ़िर कभी भी इतनी बेवकूफ़ ना बनूँगी। मैंने उस आदमी के साथ हुक उप किया? इन सब के बीच वह कहीं, इस कहानी के लिए अप्रासंगिक हो गया। मुझे पता है कि आप यह नहीं सुनना चाहते हैं, लेकिन, ठीक है, अब मेरा फोकस बदल गया है।
लेकिन उसने जो कुछ मेरी मदद की है वह कुछ ऑरगाजम्स/कामोन्माद से ज़्यादा है (हालांकि ये हमेशा अच्छा होते हैं)। किसी को अपने जीवन, स्वास्थ्य या सुरक्षा का प्रभार अपने हाथों में लेने के लिए सशक्त बनाना संभवतः हर मौसम में ? सबसे अच्छा उपहार है। हालांकि मुझे कुछ समय लगा, लेकिन नाराज़गी धीरे-धीरे कृतज्ञता में बदल गयी। आख़िर कितनी बार आप किसी ऐरे गेरे ऐप पर किसी से मिलते हैं और वह व्यक्ति पूरी तरह से ज़िम्मेदार निकलता है और आपकी सुरक्षा के बारे में चिंतित होता है? इस घटना के बाद, मैंने यह निर्णय लिया:
कार्यों की सूची
- अपने साथी से वही (यौन संबंधी) प्रश्न करो जो वे आप से करते हैं।
- आप ज़िम्मेदार बनो।
- जानकारी देने की इच्छा रखो।
- यदि वे शुरुआती झटकों और नाराज़गी से ना उबरे तो यह लड़ाई मैं हारने को तैयार हूँ।
अपने डॉक्टर से खुलकर बात करें। यदि शुरुआत के चंद मिनटों में आप अपने को सहज ना महसूस करें तो अपनी असुविधा डॉक्टर को बताएं । यदि यह काम न करे ,तो वहाँ से निकल जाए।
अंतर करें लोगों (सहायकों - सहायता करने वाले / अभ्यर्थकों - स्वागत करने का काम करने वाले/ तकनीशियनों- तकनीकी काम करने वाले) में, अपनी बात अच्छी तरह से ना कह पाने की कमी/ वाक्पटुता की कमी और सच में उनके आलोचनात्मक होने में । यदि उन में सच में संचार कौशल की कमी है तो आप निडर और अग्रिम होकर जो कहना चाहती हैं, ज़रुर कहें और किसी भी प्रकार की ग़लतफ़हमी से बचे।
आप अपनी तरफ से शोध करके जायें।
दोस्तों से उनकी जान पहचान और ताल्लूक लें।
अपने डरों (जिन बातों का आपको डर है) को अपने डॉक्टर से साझा करें । एक अच्छे डॉक्टर को पता होगा कि क्या कहना है और करना है। (पत्तों की सामग्री का अंत) पढ़ें, इसके बारे में जानने के लिए और फ़िर इसे करने जायें । यह वास्तव में इतना ही सरल है। यदि खुशी प्राथमिकता है, तो इसके साथ आने-वाली ज़िम्मेदारी भी प्राथमिकता होनी चाहिए।
उपसंहार- एस.टी.डी. / एस.टी.आई. के बारे में बहुत सरलता से , केवल एक बार बटन दबाकर, जानने के लिए, ए.ओ.आई. के पोस्ट की जांच करें Things To Know About: Sexually Transmitted Infections । /यौन संचारित रोग के बारे में आपको क्या पता होना चाहिए
स्त्री रोग विशेषज्ञों की सूची के लिए (जिन पर हम विश्वास करते हैं) आप यहाँ क्लिक करें। यह अद्भुत सूची @ एम्बाआज़ाद और उनके ट्विटर दोस्तों द्वारा बनाई गई है।
लुना अपने कुछ ज़्यादा ही हिफ़ाज़ती परिवार के साथ मुंबई में अपने जीवन के तीसरे दशक के आख़िरी वर्षों में हैं, डिजिटल मीडिया में काम करती है और प्यार, जीवन और अन्य चीजों के बारे में उन्हें समझने के लिए लिखती है। लड़कों की बात पर भयावह है, वह एक जीचरन है जो लगातार अपने जिमी की तलाश में है। (यदि आप वास्तव में यह संदर्भ समझ पाए हैं, तो वह आपसे संपर्क में रहने के लिए अनुरोध करती है)।