प्रिय एजेंट्स, हम बहुत खुश हैं आपके लिए प्यार से बनाई गईं इन तस्वीरों की मज़ेदार श्रृंखला का दूसरा हिस्सा आपके सामने प्रस्तुत करते हुए!
यह सब कुछ किसके बारे में है? हालाँकि भारत में अंग्रेजी मीडिया LGBTQ समुदाय के मुद्दों की ओर संवेदनशील है, कुछ मुख्य कार्यक्रम और प्राइड मार्च में दर्शाए जाने के अलावा LGBTQ लोग के प्रतिरूप पर्याप्त रूप से नहीं दिखते। इस समुदाय के बारे में लिखते समय, मीडिया वालों को उचित तस्वीरें मुश्किल से मिलती हैं जो स्थानीय हों और इस समुदाय को दर्शाती भी हों।
ऐसी विविधताएं और बारीकियाँ दिखाती हुई तस्वीरें उपलब्ध करने के लिए, ‘बीइंग इक्वल’ अभियान का हिस्सा होते हुए, एजेंट्स ऑफ़ इश्क़ यारियां और हमसफ़र ट्रस्ट के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह तस्वीरें सार्वजनिक कार्यक्षेत्र या public domain का हिस्सा होंगी और कोई भी शख़्स या मीडिया कंपनी इनका मुफ़्त में इस्तेमाल कर सकती है। इन तस्वीरों का इस्तेमाल करते समय आपको सिर्फ़ फोटोग्राफर रेशमा प्रीतम सिंह और एजेंट्स ऑफ़ इश्क़/ हमसफ़र ट्रस्ट को इन तस्वीरों का श्रेय देना ज़रूरी है।
इस श्रंखला में हम सार्वजनिक प्रदर्शन पर ध्यान देंगे। तो आओ, शुरू करते हैं!
(आप इस श्रृंखला का पहला हिस्सा, ‘बीइंग इक्वल, बीइंग क्वीयर रोज़ाना’, यहाँ देख सकते हो।
सुशांत दिवगीकर किट्टी सू, मुंबई में अपने ड्रैग शो (जहां कलाकार अपने से विपरीत लिंग की पोशाक और उनके बनने ठनने के तरीके अपनाते हैं, अक्सर अतिश्योक्ति के रूप में) के पूर्व ध्वनि जाँच के दौरान।
ड्रैग की रानी ट्रॉपिकल मार्का, जिसे मार्क मस्करैन्हस ने अदा किया, किट्टी सू में।
ट्रॉपिकल मार्का किट्टी सू में।


