जब आप किसी के साथ डेट पर जाएं या किसी के साथ संबंध में हों, तो कुछ ना करने की इच्छा होने पर, 'नहीं' कहना आसान होना चाहिए। है ना?
लेकिन हम सभी जानते हैं कि असल में, ये मुश्किल होता है। ना कहने के बाद, या तो आप अजीब महसूस करने लगते हैं, या फिक्र करने लगते हैं। कभी आपको राहत महसूस होती है तो कभी आप खुद को दोषी मानने लग जाते हैं। कभी-कभी आप वाकई बड़े तीखे और असंवेदनशील हो जाते हैं। और इस कोशिश में कि ऐसे ना हों, अपनी बात साफ-साफ बयान ही नहीं करते!
ऊपर से हमारे यहां डेटिंग को लेकर कुछ ऐसा माहौल बना है जिसमें हर वक़्त कूल(cool) रहना होता है, हर बात के लिए तैयार। और अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो हमें दकियानूसी समझा जाता है। ऐसे में हम सचमुच क्या चाहते हैं, उसके बारे में ईमानदारी से बात कर पाना मुश्किल हो जाता है।
हाँ, ये मुश्किल हो सकता है, लेकिन हमें इसका हल निकालना पड़ेगा। समय आ चुका है, जब हम इन चीजों के बारे में ज्यादा और खुलकर बात करें। यहां हम कुछ ऐसी परिस्थितियों की चर्चा करते हैं जिनमें शायद आपको “ना” कहने की इच्छा हो। और इस पर भी कि ऐसे हालात में “ना” कैसे कहा जाए।
- जब आप बिल्कुल दिलचस्पी नहीं रखते हैं
- जब आप समीकरण (equation) बदलना नहीं चाहते हैं
- जब आपको दिलचस्पी है, लेकिन आप तैयार नहीं हैं
- जब आप प्यार के मूड में 'ना' हों
- जब आप किसी वज़ह से असहज हैं