पहले ऍप! क्वीअर औरतों की ओर से, क्वीअर औरतों के लिए, ऑनलाइन डेटिंग टिप्स !
ऑनलाइन डेटिंग को लेकर उत्तेजना तो है, पर साथ-साथ थोड़ी झिझक भी रहें हैं ? तो एजेंट्स, आपको इन टिप्स से थोड़ी मदद मिलेगी।
तो आपके पास एक स्मार्ट फ़ोन है, उसपर आपने एक डेटिंग ऍप डाउनलोड किया है, अपनी एक लुभावनी-सी तस्वीर उसपर डाली है। और अब आप ऑनलाइन जाके किसी लाजवाब क्वीअर महिला को डेट करने का सपना देख रही हैं। उत्तेजना तो है, पर साथ-साथ थोड़ी झिझक भी है क्या ? क्या ऐसा करना सेफ़ होगा- ऐसा सोच रही हो ? भरोसा करें ना करें? समझ सकते हैं, ये सब सोचना सामान्य बात है।
ऑनलाइन डेटिंग अभी-भी नयी बात है, इसलिए इसके ऊपर लोगों ने कोई पक्की राय नहीं बनाई है। लेकिन अगर आप एक क्वीयर महिला हैं, फिर तो आपको गाइड करने के लिए और भी कम मटीरियल है। मदद के और भी कम रास्ते हैं। मगर हम एजेंट्स ऑफ़ इश्क़ ऐसे ही तो नहीं कहलाते हैं। हमने कुछ क्वीयर महिलाओं से बात की। हमने उनसे कहा कि ऑनलाइन डेटिंग के अपने तजुर्बे को हमारे साथ शेयर करें। और इस तरह हमने ये लिस्ट बनाई … तो जब आप ऑनलाइन डेटिंग की इस नई यात्रा पर निकलेंगी, तो आपको इनसे थोड़ी मदद मिलेगी। (अर.र र… इसमें कुछ इश्कबाज़ी भी शामिल है)!
क्वीअर महिलाओं के लिए सबसे बढ़िया ऍप कौन-सा है ?
हमने कई लोगों से पूछा, हर एक का जवाब अलग था। तो फिर हमें यही लगा कि आपको अपने हिसाब से देखना होगा कि आप कौन से एप्प पर सहज फ़ील करती हैं। अपनी ज़रूरतों के बारे में सोचें, अपनी सूझ-बूझ पर भरोसा करें। लोगों ने हमको जो बताया, उनमें से कुछ बातें हम यहाँ लिख दे रहे हैं । लेकिन ध्यान रहे कि ये उनके निजी अनुभव हैं।
“अब जब औरतें, औरतों को ऑनलाइन ढूंढने लगी हैं, अक़्सर बहुत सारे फ़ेक प्रोफ़ाइल भी बनने लगे हैं। मुझे Bumble ज़्यादा पसंद है। Tinder से ज़्यादा, क्योंकि Tinder कुछ ज़्यादा ही फ़ेमस है। मुझे Bumble और सुरक्षित लगता है।"
- आकृति, 22
“मेरे ख़याल से Hinge (टिंडर के मुक़ाबले)बेहतर है । कुछ लोग, जिन्हें मैं जानती हूँ, वो Delta और OkCupid पर मिले हैं। मतलब इन प्लेटफ़ोरम्स को Hotspot कह सकते हैं। डेटिंग के मामले में, मैं ऐसे लोगों से थोड़ा दूर भागती हूँ जो कम्युनिटी में बहुत ज़्यादा घुसे हुए हैं। इसलिए मैं Hinge को प्राथमिकता देती हूँ। मैंने उस एप्प पर ऐसे कई लोगों को ढूंढा है जो किसी बड़े शिक्षा/एक्टिविस्ट अभियान से नहीं जुड़े हैं। मैं ख़ुद उन सर्किल्स में काम करती हूँ। तो डेटिंग करते समय उनसे थोड़ी दूरी पसंद करती हूँ ।”
-आकांक्षा, 28
“टिंडर में ढेर सारी औरतें हैं जो अपने मर्द पार्टनर के लिए कोई स्त्री खोजा करती हैं, मैं चाहूंगी कि आप इससे चौकन्ना रहें। मैंने टिंडर पर अक्सर ये पाया कि औरतें मुझे इस बात का यकीन दिलाने की कोशिश कर रही हैं कि उनके मर्द पार्टनर को मैं बहुत हॉट लगी, इसलिए चलो, हम तीनों मिल कर सेक्स करते हैं।”
- आकांक्षा, 28
जोश संग आगे बढिये - पर अपनी प्राइवेसी का ध्यान रखिये !
अपना फ़ोन नंबर, अपना निजी ई-मेल और पता किसी के साथ साझा करने में जल्दबाज़ी ना करें। अलग-अलग लेवेल पर अपनी निजता की सुरक्षा करें। जैसे कि :
“अगर वो आपसे आपका नंबर या या संपर्क का कोई जरिया मांगें तो आप हैंगआउट्स (Hangouts) या स्नैपचैट (Snapchat) से डायल/कॉल करें।”
-कृष्णा पी एस, 25
लोगों से दिन के टाइम में पब्लिक जगहों पर मिला करिए। ख़ासकर अगर वो कोई गुमनाम प्रोफ़ाइल हो तो। बहुत से लोग अपनी लैंगिकता के विषय में खुलकर पब्लिक में नहीं आए हैं, ये भी गुमनाम प्रोफ़ाइल रखने की एक वजह हो सकती है। इसलिए मैं आपसे उन्हें पूरी तरह से अनदेखा करने को नहीं कहूँगी, पर होशियार रहा कीजिये
- अनजान, 24
आप किसी वास्तविक इंसान से बात कर रही हैं या नहीं, थोड़ा ध्यान देकर समझिए।
लोगों के प्रोफ़ाइल की सच्चाई जानिए। कुछ लोग, इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक जैसे मंचों पर बातचीत जारी रखने को तैयार होते हैं । इससे थोड़ा सहज लग सकता है क्यूंकि ये पहचाने हुए, प्रमाणित जगह मंच हैं। लेकिन वहाँ भी मैंने 10 हज़ार फ़ोल्लोवर्स वाले ऐसे प्रोफ़ाइल देखे हैं जिनपर अगर आप ध्यान दें, तो पाएंगे कि वो सब एक ही दिन पोस्ट किए गए हैं। तो, ये एक खतरे का निशान है यानि लाल झंडा।
अगर आप ये नहीं चाहतीं कि हर कोई जो आपसे मैच करे, आपको उसके बाद इंस्टाग्राम पर फॉलो करने लगे, तो मेरे तरीक़े को अपना सकती हैं। मैं उनसे कुछ विशेष चीज़ करने को कहती हूँ। जैसे - अपने माथे पर एल (L) बनाकर एक सेल्फ़ी लो या ऐसा कुछ भी । मेन बात ये है कि वो बिलकुल अलग-सा कुछ हो, जो साफ़ दिखाई दे। आप उनको कहिए कि उसे एक बार अपलोड करें, और बाद में हटा दें। तो ये एक तरीक़ा है फेशियल रिकॉग्निशन - यानि शक़्ल को पहचानने का। इस तरह मैं देख सकती हूँ , कि ये वास्तव में एक इंसान हैं। और ऊपर से ये सब ऍप के ज़रिए होता है, ये भी एक प्लस पॉइंट है।"
-आकृति, 22
"उन्हें लिंकेडिन (Linkedin) पर ढूंढिए। अक़्सर कुछ आदमी या अपनी गर्ल फ्रेंड का अकाउंट या या एक फ़ेक अकाउंट चला रहे होते हैं। ठीक-ठाक जानने के लिए, सामने से पूछ लीजिये, नहीं तो आप भी पलट कर गूगल पर उनकी प्रोफ़ाइल पिक्चर्स को सर्च कीजिए।"
- कृष्णा पी एस, 25
मैं जो कहने जा रही हूँ, वो औरत का औरत को डेट करने तक सीमित नहीं है। मैं जिनको डेट करने की सोच रही हूँ,उनका नाम चेक कर लेती हूँ कि कहीं उनपे सेक्सुअल छेडख़ानी का आरोप तो नहीं है ? मेरे साथ ऐसा हुआ है कि मैं ऐसे लोगों के साथ डेट्स पर जाते-जाते बाल-बाल बच गई जिन्हें कानूनी तौर पर सेक्सुअल छेड़खानी या बलात्कार का आरोप लगाया गया है। इसलिए मैं नेट पर बहुत प्रमाण खोजती रहती हूँ। पर ये मैं आदमियों के केस में करती हूँ। मैं आम तौर पे औरतों को चेक नहीं करती क्योंकि मैं उम्मीद करती हूँ कि औरतें इतनी बड़ी अपराधी नहीं हो सकतीं।
- आकृति, 22
आपका मन जो कह रहा है, उसपर भरोसा कीजिए और ध्यान दीजिए।
ऐसी बातचीत से एकदम बाहर निकल जाईये जिससे आपको असहज लग रहा हो। या शरीर में अजीब सा लग रहा हो । बस तमीज से बाई कह कर निकल लीजिये l
- अनाम, 24
मैच तो हो गया, अब क्या ?
तो, आप सतर्क हैं और लोगों से ऑनलाइन मैचिंग भी कर रही हैं। अब क्या ? अब ये !
पहल करना
‘हेलो- मौसम कैसा है’ टाइप की बातों में सारा टाइम न गवाइए। मेरी समझ से क्वीयर टीव्ही show/मूवी की चर्चा बातचीत शुरू करने का बेहतर तरीका है। या फिर आप ऐसे सेलिब्रिटी की बात कर सकते हैं जो क्वीयर भी हैं।
-अनाम, 22
मैं सोचती हूँ कि वो 36 सवाल शुरुआत करने के लिए सबसे बेहतर जगह हैं । मैं भी तब तक ऐसा ही कर रही थी जब तक मैंने 36 सवालों के बारे में सुना नहीं था। उनमें बेहतर फॉर्मेट है जिससे बातों की बढ़िया शुरुआत हो सकती है, बात आगे बढ़ सकती है।
-आकृति, 22
जनरल ऑनलाइन डेटिंग में, अक्सर सिर्फ़ मेन बातें बताना - अपने बारे में जानकारी, अपनी तस्वीर डालकर अपनी बायो लिखना...कभी कभी तो ऐसा लगने लगता है,जैसे ऑफिस लिफ्ट के ऊपर जाते हुए, आपसे कहा गया है, कि एक प्रेजेंटेशन कर दें।शायद अजीब-सा लगता हो, लेकिन आज की तारीख़ में, ये किसी बातचीत करने का एक रस्ता है.. तब तक, जब तक असली बात शुरू न हो।
-प्रिया डाली, 24
आगे चलें ? एक दुसरे की उम्मीदों को समझना !
“खुल कर बात कीजिये ! आपको फटाफट, एक दिन में ये डिसाइड नहीं करना है कि आप उस व्यक्ति को ‘पसंद’ करते हैं कि नहीं”
-अनाम , 24
“मैंने पाया है कि आपसी उम्मीदों के बारे में की गयी बातचीत मददगार होती है। मतलब ये कह पाना कि आप क्या तलाश कर रहे हैं.. भला ही आपका जवाब धुंधला सा हो । टेक्स्टिंग करना आसान थोड़े ही है और उसके ज़रिये अपनी बात कहते हुए हम अक्सर कंफ्यूस हो जाते हैं ।
-प्रिय डाली, 24
ऑनलाइन डेटिंग के रास्ते फ्लॉटिंग शर्टिंग
“अपने आप में मज़बूत रहिए और अपने स्पेस के मालिक रहिए। हम अपनी सोच में घिर जाते हैं, बहुत असुरक्षित हो जाते हैं , ये सोच कर कि हम क्या कहेंगे । या हम हम किसे ढूंढ रहे हैं । लेकिन अगर हम अपने विचारों को एक सेकेंड के लिए रोक दें और ख़ुद को याद दिलाएं, कि हो सकता सामने वाला भी उतना ही हैरान परेशान है.. तो ये चीज़ों को आसान बनाता है।”
टेक्स्ट मैसेज लिखते समय ध्यान दीजिये कि जितना दूसरा कह रहा है, कहीं आप उससे बहुत ज़्यादा तो नहीं कह रहे?
अपने टेक्स्ट खानों (Boxes) के साइज की तुलना कीजिये। वो साइज़ में बराबर दिखने चाहियें। अगर वो आपको कुछ इश्कबाज़ी जैसा भेजें, तो वैसा ही लेन-देन आप भी कीजिए।
बेढंगे सेक्सुअल तनावों को ज़ाहिर करने के लिए बढ़िया मीम्ज़ (Memes)का इस्तेमाल कीजिए । ये बात में हल्कापन देता है।
उनकी इंस्टा की कहानियों पर दिल/ heart - का आइकॉन भेजिए, तब, जब उनकी स्टोरी सुन्दर बात कह रही हो, जिससे उन्हें आपकी मौजूदगी याद रहे।
किसी से कॉम्पलिमेंट मिलना याद रहता है l औरतें इसकी आदी नहीं होतीं और अक्सर इसे ठुकरा देती हैं। लेकिन जब भी आपको मौक़ा मिले, आप ये ज़रूर करें। बहुत ज़्यादा नहीं, पर जब भी आप कर सकती हैं, ज़रूर कीजिये।
और जो आखरी चीज़ है, वो है, बिना रिजेक्शन के डर/ झिझक के, सही मायनों में इश्कबाज़ी की ओर अपना रुझान दिखाना। ऐसा साहस आपको बहुत ऊंचाई पर ले जाएगा नहीं तो आप हमेशा ही दोस्त बनकर रह जाएंगी। साथ ही साथ, अगर आप बिंदास इश्कबाज़ी कर रही हैं, तो दूसरी साइड भी ये जान जाएगी कि आप क्या चाहती हैं और ये भी कि आपको उस नज़र से सोचा जाए या नहीं। और वो उसी हिसाब से पेश आएँगे।
-रुपाली, 35
डोलिए मत। डेट पर जाइए !
मैच होने के दो हफ़्तों के भीतर मिलने की कोशिश कीजिये। (टिंडर पर बात साफ़ होने में ज़्यादा से ज़्यादा इतना ही वक़्त लगता है, lol)
- कृष्णा पीएस, 25
ऑनलाइन टेक्स्टिंग- इस पॉइंट पर लोग थोड़ा रुक जाते हैं। तो मैंने अपने लिए ये नियम सा बना लिया है - अगर मैं किसी ऑनलाइन अप्प पर सीरियसली डेटिंग के लिए गयी हूँ, तो फिर मैं देर नहीं करती। अगर किसी के साथ मैच हो जाए, तो मैं उसे एक हफ़्ते के अंदर या फिर, यहाँ तक कि उसी दिन मिल लेती हूँ । मुझे तभी मज़ा आता है जब जितनी जल्दी हो सके, ऑनलाइन प्लेटफार्म छोड़ कर असली ज़िंदगी में बात आ जाए।
-आकृति, 22
अगर आप उनमें से नहीं हैं जो बैठकर बातें करना पसंद करते हैं, तो फिर अपनी डेट से ऐसी जगह मिलिए जहाँ आप एक साथ बैठकर कुछ कर सकते हैं। कुछ बढ़िया सा, दोनों की पसंद का, जो बस टेबल पर आमने सामने बैठ कर कुछ पीने तक सीमित न हो। जैसे कि एक बार मैं डेट पर एक बोर्ड गेम नाईट पर गयी । मैं आजकल सोबर डेट्स पर जाना पसंद करती हूँ, क्योंकि मैं ज़्यादातर ऐसे डेट्स पर गई हूँ, जिसमें शराब शामिल रहती है। एक चीज़ मुझे पसंद है : MRP पर दारू खरीदना, एक बोतल में दोनों के लिए ड्रिंक बनाना और फिर बोतल थामे हुए, शहर में घूमना। मैं यहाँ के सुन्दर कोनों और एकांत जगहों को जानती हूँ, क्योंकि मुझे इस शहर में रहते काफी वक़्त हो चुकाहै - आकृति, 22
(लॉकडाउन पर विशेष सलाह) नेटफ़्लिक्स का पार्टी-एप्प भी एक फ़िल्म का मज़ा लेने का बढ़िया ज़रिया है । आप चलती हुई फ़िल्म के साइड बाई साइड उसपर कमेंट कर सकते हैं । यूं आप एक दूसरे को जान सकते हैं । कुछ समय के बाद वो इंसान आपको अपना समझने लगता है।
- रूपाली, 35
अपने ड्रिंक की रफ़्तार को कंट्रोल करना (अगर आप किसी डेट पर ड्रिंक कर रही हों, तब) ताकि आप उनसे पहले नशे में धुत्त न हो जाएँ। ये मददगार साबित होता है।
- रूपाली, 35
तमीज़दार रहिये
और अगर आपको किसी से ज़्यादा लगाव नहीं महसूस हो रहा हो, तो कम-से-कम उन्हें जवाब देकर संभावनाओं को टटोलती हुई/चेक आउट वाली बातचीत बंद कर दीजिए। लोगों के कुछ पूछने पर जवाब दीजिये, चुप्पी मत साध लीजिये।
- प्रिया डाली, 23
दूसरे को किसी भी तरह से छूने या गले लगाने से पहले पहले उससे पूछिए, इससे उन्हें भी लगेगा कि आप उनकी मर्ज़ी की इज़्ज़त करते हैं।
- रूपाली, 35
अपने पर यकीन और खिला सा चेहरा बात बढ़ाने में बड़े मददगार होते हैं।
- रूपाली, 35
उनसे सवाल पूछना, उन्हें बोलने का समय देना । लोग अपनी बात का सुना जाना पसंद करते हैं। कोई ऐसा सवाल पूछो जो आक्रामक न हो पर जो दूसरे में,उनके ख्यालों में, दिलचस्पी रखता हो।
- रूपाली,35
आपको डेटिंग एप्प्स पसंद नहीं है ? ये लो थोड़ा बोनस ज्ञान
पोलिटिकल सम्मलेन / नारीवादी या क्वीयर अधिकारों को लेकर प्लानिंग, नए लोगों के मिलने के बढ़िया मौके हैं। ज़रूरी नहीं कि डेटिंग को ही मकसद बना कर आगे बढ़ा जाए।
मेरे लिए थोड़ा आसान था क्यूंकि मैं खुद पढ़ाई से जुडी हुई हूँ। मेरी इस दुनिया में कई लोग अपनी बात अक्सर जोर शोर से कहते हैं।
अगर आप अपनी बात कहने के लिए वाकई स्ट्रगल कर रहे हो, तो सोशल और सपोर्ट ग्रुप से बहुत मदद मिल सकती है। बात मानिये, बहुत मदद मिलती है ।
फेसबुक पे भी बिरादरी होती है, वो भी बढ़िया जगह है। मेरी एक एक्स ने मुझे ऐसे ही ढूँढा और मुझे कांटेक्ट किया।
ये जो ग्रुप्स हैं, यहां अक्सर लोग रिश्तों के बारे में बात चीत करते हैं। चूँकि अक्सर इनमें गे आदमी बात करते हैं, इसलिए अक्सर आदमियों पर ही बात होती है। HarmlessHugs, एक ऐसे ग्रुप का नाम है, और भी हैं। फेसबुक खुद रेकमेंड करता है, या कभी कोई इनके बारे में बता देता है, फिर मैं इन्हें ढूंढ निकालती हूँ।
-आकांशा, 28
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