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क्या आप बिस्तर में जानवर हो? ओके, पर, कौन से जानवर?

Elephants have penises that are almost as big and strong as a fifth leg.

 हम आपको जानवरों के संभोग (और मोर) के बारे में ऐसी हक़ीक़त बताने वाले हैं जिसके बारे में हमें यक़ीन हैं आपकी जीवविज्ञान की टीचर को कुछ पता नहीं था। जानवर संभोग कैसे करते हैं? इसका जवाब है: जैसे उनका मन चाहे। यह रहे प्राणी जगत (जिसका हम एक हिस्सा हैं) में देखे गए दर्जन भर #प्राकृतिकआसन। १. कुत्ते - मेरे पीछे पड़ा है। आप सोच रहे होंगे, हाँ - कुत्ते तो ‘डॉगी स्टाइल’ में संभोग करते हैं, वह तो सब को पता है, ना? आप सिर्फ़ आधे सही हो। शुरू में, कुत्ता कुत्ती के ऊपर पीछे से चढ़ेगा और जाने पहचाने ढंग से ऊपर नीचे कूदेगा। हालाँकि, यह सिर्फ़ कुत्तों का ख़ुद को बराबर की जगह में और अपने शिश्न सही जगह में लाने का तरीक़ा है। कुत्ती का योनिमार्ग सिकुड़कर कुत्ते के शिश्न को जकड़ लेता है। अब कुत्ता अपनी एक टाँग कुत्ती के ऊपर से घुमाकर, अपनी पीठ उसकी तरफ़ करता है और संभोग की शुरूआत होती है। इस तरह, असल में, कुत्तों में संभोग नितंब को नितंब लगाकर, दो अलग दिशाओं में देखते हुए किया जाता है।

२. प्रेइंग मेंटिस - मेरा सर खा रही है, यह सर खा रहा है, खा रहा है, खाए जा रहा है।

संभोग के दौरान, इन कीड़ों की मादा नर का सर खा जाती है। आपको लगता होगा कि इससे संभोग बंद होता होगा, लेकिन नहीं! चूँकि संभोग की क्रिया को नियंत्रित करने वाली नसें उदर में होती हैं, संभोग का कार्यक्रम बिना कोई बाधा जारी रह सकता है।

३. शल्यक/Porcupine - सुवर्ण बौछार से आते हैं सुखद दिन।

कभी कभी प्यार और संभोग में ऐसे लगता है की आप इसलिए पीड़ित हो चूँकि सामने वाला अपनी मोचा बंदी में व्यस्त है। वह बिल्कुल भी नहीं चाहता कि आप उनके क़रीब आओ। लेकिन हिम्मत मत हारो। शुक्र करो कि आप एक शल्यक नहीं हो जिसके पास अपनी सुरक्षा के लिए ५०० नुकीले काँटे हैं जो दुश्मन पर सैंकड़ों तलवारों जैसे वार कर सकते हैं। नर शल्यक की कार्यप्रणाली यह रही। नर पहले एक ऐसा पेड़ ढूंढ लेता है जिस पर मादा बैठी है और फिर चुपचाप मादा के नीचे वाली शाखा पर रुका रहता है। सही समय आने तक। सही समय पर नर शल्यक अपने पिछले पैरों पर खड़े होकर मादा की तरफ़ लड़खड़ाता है और एक सुरक्षित अंतर से अपनी पेशाब उस पर छिड़कता है। यह शायद नर का मादा की ओर फेरोमोन भेजने का तरीक़ा है। अगर मादा अच्छे मूड में है, तो वह अपनी पूँछ उठाएगी, ताकि नर, बिना ख़ुद घायल हुए उस पर चढ़ सकता है। अगर वह अच्छे मूड में नहीं है, वह या तो नर पर काँटे से वार करेगी या फिर उस वाक़या को नज़रअंदाज़ करेगी, जैसे टेलर स्विफ्ट सलाह देती है।

४. मधुमक्खियाँ - ऐ जी ऑर्जी (जहाँ दो से ज़्यादा जानवर साथ में संभोग कर रहे हैं)।

ओ भँवरे, तुम ऑर्जी को बेहद चाहने वाले दीवाने।  मधुमक्खियों के छत्ते में एक बड़ी रानी-मधुमक्खी होती है, सैकड़ों श्रमिक मधुमक्खियाँ और उससे छोटी तादाद में नर मधुमक्खियाँ, जिनकी ज़िंदगी का एकमात्र मक़सद होता है रानी-मधुमक्खी के साथ संभोग करना। सही समय पर संभोग हवे में मँडराते हुए होता है। नर मधुमक्खियाँ झुंड बनाकर हवे में मँडराते हैं और रानी मधुमक्खी उनके पास उड़ आती है। उनमें से कई नर मधुमक्खियाँ उस पर चढ़ने की कोशिश करते हैं, और एक के बाद एक उसके उदर के अंत में स्थित छेद में अपना शिश्न घुसाने की कोशिश करते हैं। नर मधुमक्खी का शिश्न आम तौर पर अंदर की ओर रहता है, और संभोग के दौरान वह उसे बाहर की तरफ़ कर देता है। जब वह अपना शिश्न रानी के अंदर घुसाकर वीर्यपात करता है, तब शिश्न फूट जाता है जिससे नर मर जाता है। यह ख़ुदकुशी का मिशन तो संभवत: इस आशा से किया जाता है कि वह फूटा हुआ शिश्न रानी मधुमक्खी को दूसरे नर मधुमक्खियों के साथ संभोग करने से रोक देगा। लेकिन बात इतनी सीधी नहीं है। रानी मधुमक्खी, एक उड़ान के दौरान - क्या आपको नहीं लगता इसे हनीमून कहना बेहतर होगा - कई नर मधुमक्खियों के साथ संभोग करेगी।

५. ऑक्टोपस - मुझे तुम्हारा हाथ पकड़ना है … ओ! … ओ!

ऑक्टोपस को एक दिक़्क़त होती है। मादा ऑक्टोपस को दूसरे ऑक्टोपस खाना पसंद है। इसलिए नर ऑक्टोपस को पहले मादा ऑक्टोपस को अपने बदन के निशान दिखाने पड़ते है, उसे विश्वास दिलाने को कि वह खाए जाने के लिए नहीं, संभोग के लिए तैयार है। ऐसी हालत में भी मादा को लग सकता है, कि  हं ! यह तो बड़ा स्वादिष्ट दिखता है! ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए, ऑक्टोपस की एक प्रजाति, जिसे आर्गोनॉट कहते हैं, का एक लंबा, अपने बदन से अलग हो जाने वाला शिश्न होता है, जिसके ज़रिए वह दूर दूर से ही संभोग कर सकता है। जब मादा नर के बग़ल से तैरते हुए जाती है, वह यह शिश्न, जो वीर्य से भरे स्पर्श-सूत्र जैसे होता है, मादा की ओर भेजता है और वह शिश्न मादा पर चिपक जाता है। दूसरे ऑक्टोपस के विपरीत, पैसिफ़िक धारीदार ऑक्टोपस में (जो दूसरे ऑक्टोपस को नहीं खाकर नियम तोड़ना पसंद करता है) संभोग रूमानी तरीक़े से होता है - मुँह से मुँह लगाकर और चूषक से चूषक लगाकर।  

६. पेंगविन - हम चलकर बाहर जाते हैं।

पेंगविन साफ़ सुथरे और स्मार्ट दिखते हैं, है ना? जैसे उन्होंने ए. सी. रेस्तराँ में वेटर जैसे कपड़े पहने हों? उनके बहकाव में मत आना। वह हिंसक रक्तरंजित थ्रीसम करते हुए विडियो पर पाए गए हैं। उन्होंने प्राणि जगत के बारे में सभी लोगों के विचार अहिंसात्मक तरीक़ों से भी अस्त व्यस्त किए हैं। पेंगविन एक दूसरे की ओर बड़े विस्तारपूर्वक तरीक़ों से प्यार जताते हैं, जिनमें नर पेंगविन अपने घोंसलों को सजाते हैं, जिनका फिर मादा पेंगविन निरीक्षण करती हैं। और वास्तव में संभोग कैसे होता है? मादा पेंगविन नीचे लेटती है और नर पेंगविन उसकी पीठ पर चढ़कर वह प्रचलित पेंगविन की चाल चलता है लेकिन उलटी दिशा में, मादा की पूँछ तक। मादा फिर अपनी पूँछ उठाती है। अब दोनों पेंगविन अपने जननांग आमने सामने लाते हैं, और वीर्य मादा तक पहुँचाया जा सकता है। २१वी सदी की शुरुआत में वैज्ञानिकों को समझ आया कि पेंगविन के समाज में, वफ़ादार समलैंगिक जोड़े बनाना असामान्य नहीं है। इनमें से कुछ जोड़ो ने दूसरे पेंगविन के बच्चों को छोटे से बड़ा भी किया है।    

७. हाथी - आप कितने बड़े हो वह मायने रखता है।

क्या आपको पता है कि नर हाथी का शिश्न बहुत छोटा होता है। नहीं! मैं सिर्फ़ मज़ाक़ कर रहा हूँ। हाथी के शिश्न क़रीब क़रीब उनके एक पाँचवे पैर माने जा सकते हैं, वे इतने बड़े और तगड़े होते हैं। उत्तेजित स्थिति में वह ३ फ़ुट लंबे और वज़न में ६६ पाउंड तक पहुँच सकते हैं। लेकिन मादा हाथी के प्रजननीय मार्ग लंबाई में १० फ़ुट तक होता है और योनिमार्ग ५ फ़ुट के बाद ही शुरू होता है, और इसलिए हाथी का इतना लंबा शिश्न योनिमार्ग के अंदर घुसता ही नहीं है। जब नर हाथी मस्त (ऐसी हालत जहाँ उनमें टेसटॉसटेरोन या यौन संबंधित हॉर्मोन की मात्रा ज़्यादा हो) में होते हैं, वे पेशाब करते हैं (जिसमें बहुत ज़्यादा मात्रा में फेरोमोन होते हैं) ताकि मादा हाथी को यह बात पता चल सके। नर हाथी ज़ोरों से आवाज़ें भी निकालते हैं जो मादा हाथी को आकर्षित करती हैं। मादा हाथी के शिश्न जैसे दिखने वाले लंबे भग-शिश्न होते हैं। अगर संभोग को होना है तो पहले मादा हाथी का अपना भग-शिश्न को अंदर की ओर डालना ज़रूरी है। इसके बिना बात आगे नहीं बढ़ सकती।  

८. डॉल्फ़िन - बस मज़ाक़ में।

अपनी उपजाऊ अवधि की शिखर के दौरान, मादा डॉल्फ़िन १५ मिनट की अवधि में दो या तीन नर डॉल्फ़िन के साथ १५ बार तक संभोग कर सकती है। लेकिन कई सारे जानवरों के विपरीत, डॉल्फ़िन साल भर संभोग करते हैं, ना सिर्फ़ उपजाऊ अवधि के दौरान; इसका मतलब है, वह अपने मनोरंजन के लिए संभोग करना पसंद करते हैं। और कई सारे आसनों में भी। बॉटलनोज डॉल्फ़िन को ‘T’ -यह आसन पसंद है, जहाँ नर मादा के उस हिस्से में प्रवेश करता है जिसे हम उसकी कमर कहेंगे। सावले डॉल्फ़िन अपने पेट एक दूसरे को लगाकर संभोग करते हैं। नर बॉटलनोज डॉल्फ़िन हस्तमैथुन करते हुए पाए गए हैं - ज़िंदा बाम मछली का इस्तेमाल करके (जो पागलों की तरह डॉल्फ़िन की चपेट से छुटकारा पाने की कोशिश कर रही थी) या अपने शिश्न पर मरी हुई मछली को लपेटकर। डॉल्फ़िन की कुछ प्रजातियाँ समलैंगिक या द्विलैंगिक हो सकती हैं।  

९. एंग्लरफिश - जब दो बन जाते हैं एक।

सभी नर एंग्लरफिश उनकी ज़िंदगी का अधिकांश समय पागलों जैसे साथी ढूँढ़ने में बिताते हैं। कई एंग्लरफिश अपने उत्तम सूँघने की शक्ति से मादा ढूँढ़ लेते हैं। थोड़े बदनसीब एंग्लरफिश कुछ सूँघ नहीं सकते और इसलिए उन्हें अपनी आँखें इस्तेमाल करनी पड़ती हैं। जाने क्या ढूँढ़ती रहती हैं यह आँखें? जवाब: मादा एंग्लरफिश। जब नर एंग्लरफिश को आख़िर मादा मिल जाती है, तब संभोग भी इस प्रकार होता है जैसे कोई पानी में एरोबिक्स या वायुजीवी कर रहा हो। नर एंग्लरफिश के जबड़ों के आगे की ओर चिमटी जैसे या दाँतों जैसे डेंटिकल होते हैं। नर, इन डेंटिकल के ज़रिए, मादा के पेट को पकड़ लेता है, वह भी उलटा लटकते हुए! फिर उनके बदन के टिशू एक हो जाते हैं और उनके रक्तवह तंत्र जुड़ जाते हैं। चूँकि लहू को लहू पुकारेगा।

१०. गार्टर साँप - ऐ जी ऑर्जी कुछ नृत्यकला के साथ।

सुबह सुबह जब खिड़की खोलें बाजु वाली लड़की हाए! गार्टर साँप की परिस्थिति कुछ ऐसी ही है। मादा गार्टर साँप नर गार्टर साँप के कुछ दिनों बाद शीतस्वाप से बाहर निकलती है। जब नर गार्टर साँप मादा साँप को सूँघते हैं, तब वे सब एक ढेर बनाते हैं और फिर गार्टर साँपों की ऑर्जी शुरू होती है जिसे हम संभोग का गोला भी कह सकते हैं। इस गोले के अंदर, जो नृत्य-निर्देशक के बिना चलने वाले बड़े जटिल सामूहिक नृत्य जैसे दिखता है, हर नर साँप कोशिश करता है कि मादा अपना क्लोआका (प्रजननीय छेद) खोले, ताकि वह अपना शिश्न मादा के अंदर घुसा सके। ऐसा कहते हैं कि नर साँप संभोग के पहले के तीन हफ़्तों तक कुछ खाते नहीं हैं। दूसरे साँपों के संभोग करने के और पारंपरिक तरीक़े होते हैं जहाँ सिर्फ़ दो साँप आपस में संभोग करते हैं। मादा ब्राह्मिनी साँप के अलावा। यह साँप ख़ुद का प्रतिरूप बनाकर नर साँप की सहायता के बिना ही अंडे बनाती है।

११. हार्बर पॉर्पाइज - पकड़न, पकड़ाई।

यह छोरे क़रीब क़रीब डॉल्फ़िन जैसे दिखते हैं लेकिन उनकी संभोग करने की प्रक्रिया ऐसी है कि कामुक रूप से साहसी डॉल्फ़िन को भी वह ग़ज़ब की लगेगी। नर पॉर्पाइज पानी की तह पर मादा पॉर्पाइज के लिए रुका रहता है जहाँ वह साँस लेने आती है। उस समय नर पॉर्पाइज पानी के बाहर उछलता है और मादा पॉर्पाइज को अपने शिश्न के साथ पकड़ने की पागलों जैसी कोशिश करता है। सोचो इस संभोग के नृत्य के लिए कितना तालमेल लगता होगा!

१२. मोर - जंगल में मोर नाचा किसने देखा? सबने।

प्रजनन के मौसम में, हर एक मोर ‘सेट्टिंग’ करता है और तय कर लेता है कि उसके प्रजनन का इलाक़ा क्या होगा। मोरनी, एक इलाक़े से दूसरे इलाक़े तक फिरती रहती है, अपने साथी को चुनने। मोर अपना सुप्रसिद्ध नृत्य करता है जो मोरनी को संभोग करने के लिए आकर्षित करता है, अपने सारे पंख फैलाकर उन्हें हिलाते हुए। यह नृत्य करते हुए मोर ठीक आपके अंकल जैसे दिखता है जो बारात के आख़िर के दस मिनटों में बड़े उत्साह से नाचते हैं लेकिन उतने ही थके हुए होते हैं। लेकिन हाल ही के अध्ययन बताते हैं कि असल में मोरनी मोर का पिछवाड़ा देखकर अंतिम चुनाव करती है। अगर उसे कोई पिछवाड़ा अच्छा लगता है तो वह ज़मीन तक झुकती है। फिर मोर ‘हूट डैश’ करता है - जिसका मतलब है वह चीख़कर मोरनी की तरफ़ बड़ी तेज़ी से दौड़ता है। मोर मोरनी की पीठ के ऊपर चढ़ता है। वीर्य तब मोरनी तक पहुँचता है जब दोनों के प्रजननीय छेद एक दूसरे को छूते हैं।
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