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सुख की राजनीतियाँ और डॉ अंबेडकर

डॉ बी आर अंबेडकर एक वकील, मानवतावादी, भारतीय संविधान के रचेता… इन सारे रूपों में जाने जाते हैं । पर अपने अध्ययन के कमरे के बाहर ( और उसके अंदर भी ), उनके कई ऐसे शौक थे, जो उनके ज़िंदगी के चित्र के ताने बाने को रंगीन रखते थे ।

स्त्रोत 

अ लुक इंटू द क्वरक्स एंड हैबिट्स ऑफ डॉ बी आर अंबेडकर, प्रतीक्षित सिंह, द मूकनायक में । 

‘बाबासाहब प्लेड द वाइओलिन, आई डांस्ड’ इंडियन एक्सप्रेस

अंबेडकर अँड फूड, अशोक गोपाल द्वारा, ऑन ईटिंग  पत्रिका में 

रेमीनिसेंसेस अँड रेमेंब्रेनसेस ऑफ डॉ बी आर अंबेडकर, नानक चंद रत्तू

अंबेडकर : द अट्टेंडेंट डीटेल्स, सलीम युसुफजी द्वारा संपादित

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Card 1 : 

Hindi Alt Text : डॉ. अंबेडकर का एक चित्र बनाया गया है। उसमें दिखाया गया है कि वे एक कुर्सी पर बैठे हैं, उनकी आंखें बंद हैं, पैर एक फुट-स्टूल पर हैं, और उनके हाथों में एक किताब है। खिड़की से रोशनी उन पर पड़ रही है, जिसके माध्यम से गुलाबी फूल दिखाई दे रहे हैं।

Text on cards : डॉ. आंबेडकर के सुख।  

Card 2 :

Hindi Alt Text : चित्रित डॉ. अंबेडकर की पीठ हमारी ओर है। डॉ. अंबेडकर वायलिन बजा रहे हैं। उनके चारों ओर संगीत के सुर हैं और एक तरफ  "The pleasure of a challenge, वही दूसरी तरफ the exhilaration of effort." अंग्रेजी में लिखा गया है। 

Text on cards : 59 की उम्र तक, डॉ. आंबेडकर ने अपना पी.एच.डी. पूरा कर लिया था, वो भारत के केन्द्रीय कानून मंत्री बन चुके थे और उन्होने संविधान का प्रारूप भी तैयार कर दिया था।

फिर उन्होंने कुछ नया करने की सोची — वायलिन बजाना सीखना शुरू किया।

दो साल तक, अगर कोई उनके प्रैक्टिस टाइम पर मिलने आता… तो उसे इंतज़ार करना पड़ता!

Card 3 : 

Hindi Alt Text : डॉ. अंबेडकर के चित्र में उनके बाएं हाथ में वायलिन है और दोनों हाथ फैलाए हुए हैं। उनकी शर्ट की जेब पर लाल रंग का दिल बना हुआ है। यह शाहरुख खान की फिल्म मोहब्बतें में दिखाए गए उस पोज़ से मिलता जुलता है, जिसमें शाहरुख एक हाथ में वायलिन लिए हुए हैं और गले मिलने के लिए हाथ फैलाए हुए हैं।

Text on cards : “साल 1950 में, सिद्धार्थ कॉलेज के लाइब्रेरियन श्री रेगे ने मेरी मुलाक़ात बाबासाहेब से करवाई।  

शुरुआत में मैं और मेरे बड़े भाई – दोनों ही – बाबासाहेब जैसे बुज़ुर्ग और विद्वान इंसान को संगीत  सिखाने में हिचकिचा रहे थे।  

लेकिन जब हम उनसे मिले और जिस मज़ाकिया और हल्के-फुल्के माहौल में उन्होंने हमारी महमान नवाज़ी की,  

हमें बाबासाहेब के अंदर की हंसी और सरलता दिखी… और हमने हाँ कर दी।  

– डॉ. बालवंत साठे, डॉ. आंबेडकर के वायलिन शिक्षक

Card 4 : 

Hindi Alt Text : बीच में डॉ. अंबेडकर के हस्ताक्षर हैं, जो बड़े आकार में हैं और गुलाबी रंग के हैं, तथा उनके चारों ओर काले रंग में सात लोकप्रिय हस्तियों के हस्ताक्षर हैं।

Text on cards : डॉ. आंबेडकर का हस्ताक्षर बहुत मशहूर और जाना-पहचाना है।

यह संविधान की सिग्नेचर पेज पर है — और हम इसे अक्सर गाड़ियों के पीछे भी देखते हैं।

Card 5 : 

Hindi Alt Text : एक रूल्ड पेपर है जिस पर कर्सिव में लिखा है, ‘चुनौती के मज़े, मेहनत से मिली ज़िंदादिली’। टेक्स्ट के अंत में दाईं ओर एक हाथ है जो फाउंटेन पेन पकड़े हुए है।

Text on cards : डॉ. आंबेडकर के शानदार हस्ताक्षर को बल देता था,  उनका फाउंटेन पेन से प्यार। उन्हें खूबसूरत और भारी पेन चुनने में बड़ा मज़ा आता था।

"डॉक्टर एक के बाद एक कलम को लिखने वाले पन्ने पर आज़माते, अपना बड़ा-सा चौड़ा हस्ताक्षर पन्ने पर लिखते जाते। आख़िर में जो पेन उन्हें पसंद आ जाते — उनमें से आधा दर्जन उठाते और अपनी बड़ी सी कोट की जेब में डाल लेते!"

– यू. आर. राव, लेखक और प्रकाशन सलाहकार, ठाकर और कंपनी, बॉम्बे 

Card 6: 

Hindi Alt Text : दाईं ओर एक हाथ है जो एक कड़ाही पकड़े हुए है। कड़ाही में सूखी मछलियाँ हैं जिनसे भाप निकल रही है। उसके नीचे बादल का बुलबुला है जिस पर लिखा है, "जो मुझे मिलने आता है, उस भरपेट बढ़िया खाना मिलना चाहिए" 

Text on cards : बॉम्बिल चटनी डॉ. आंबेडकर की पसंदीदा डिश थी।  

उनकी पत्नी रमाबाई, सूखी मछली को प्याज़, टमाटर और मसालों के साथ बिल्कुल वैसे ही बनाती थीं, जैसे बाबासाहेब को पसंद था।  

उन्हें दूसरों को खिलाना भी बहुत पसंद था — स्वादिष्ट खाने की खुशी सबके साथ बाँटना चाहते थे।

Card 7 : 

Hindi Alt Text : सूखी मछलियों की एक प्लेट है जिसमें से भाप निकल रही है। प्लेट के दोनों ओर कटलरी है, जो प्लेट की ओर बढ़ती लम्बाई के क्रम में रखी हुई है।

Text on cards : डॉ. आंबेडकर के लिए खाना एक स्वाद भरा अनुभव था, एक पसंदीदा दावत।  

हर तरह के खाने के लिए उनके पास अलग-अलग बेहतरीन क्रॉकरी और कांटे चम्मच का सेट होता था।  

और डाइनिंग टेबल के पास एक हॉट प्लेट भी रखी होती थी….क्योंकि खाना तो गरमागरम ही मज़ेदार होता है!

Card 8 : 

Hindi Alt Text : डॉ. अंबेडकर का चित्र गुलाबी फूलों की चार शाखाओं से घिरा हुआ है। डॉ. अंबेडकर अपने चेहरे के पास फूल पकड़े हुए हैं और दूसरे हाथ में छड़ी है। उनके सिर के ऊपर एक टेक्स्ट है, जिसमें अंग्रेजी में  लिखा है, ‘Aaaah…the magnificent Orchidaceae!’ 

Text on cards : आंबेडकर की बगिया एक सुकूनभरी, ख़ुशी जगह थी — ध्यान का सुख और आराम भी।  

वो अपने बाग़ीचे के लिए पौधे बहुत सोच-समझकर मँगवाते थे।  

यहाँ तक कि उन्होंने उनके लैटिन नाम भी सीख लिए थे।

Card 9 :  

Hindi Alt Text : डॉ. अम्बेडकर कार्ड 1 की तरह कुर्सी पर बैठे हुए है।

Text on cards : “[बुद्ध ने कहा] भूख सबसे बड़ी बीमारी है। सेहत सबसे बड़ा उपहार है, और संतोष सबसे बड़ी दौलत…हमें सच में ख़ुश रहकर जीना सीखना चाहिए…” - डॉ. अंबेडकर की पुस्तक ‘बुद्ध और उनका धम्म’ से 

सुख हमारे मानवीय स्वभाव को बयान करता है।  

इस तरह से ये एक मानवीय हक़ है। 

इसी लिए सुख राजनैतिक बात है।  

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